संसद में एक बार फिर राजनीतिक गरमा-गर्मी का माहौल देखने को मिला है, जब बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपने सांसदों को धक्का देने का आरोप लगाया। इस घटना के दौरान दो बीजेपी सांसद घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों ही पार्टियां संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं।
बीजेपी का राहुल गांधी पर गंभीर आरोप
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करते हुए उनके दो सांसदों को धक्का दिया, जिससे वे घायल हो गए। बीजेपी के मुताबिक, इस हमले में सांसद प्रताप सिंह सारंगी और मुकेश राजपूत गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें से राजपूत का ब्लड प्रेशर अभी भी बहुत उच्च है, जो उनकी स्थिति को और भी गंभीर बना सकता है। बीजेपी ने राहुल गांधी पर हत्या के प्रयास की धाराओं में शिकायत दर्ज की है, जिसमें धारा 109, 115, 117, 121, 351 और 125 के तहत कार्रवाई की मांग की गई है।
राहुल गांधी पर हत्या के प्रयास और शारीरिक हमले का आरोप
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी को कानून का उल्लंघन करने की आदत है और उनकी वजह से दो सांसद गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने जानबूझकर सांसदों को चोट पहुंचाई और शारीरिक हमला किया। साथ ही, वह बिना किसी बैठक के संसद से बाहर चले गए, जिससे उनकी उपेक्षापूर्ण और असंवेदनशील प्रवृत्ति को उजागर किया गया है। बीजेपी ने संसद में इस तरह के व्यवहार को निंदनीय बताया है और कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस का पलटवार
वहीं, कांग्रेस ने भी इस घटना पर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस के नेताओं ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि पार्टी झूठी आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रही है। बीजेपी सांसदों की ओर से की गई आलोचनाओं का जवाब देते हुए, कांग्रेस ने कहा कि यह वही पार्टी है जो लगातार बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करती है और सत्ता की अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाती है।
बीजेपी सांसदों की स्वास्थ्य स्थिति
बीजेपी सांसदों की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए, डॉक्टर अजय शुक्ला ने बताया कि सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को सिर में चोटें आई हैं। मुकेश राजपूत का रक्तचाप अभी भी अधिक है, और उनकी स्थिति चिंताजनक है। डॉक्टरों का कहना है कि वे पूरी कोशिश कर रहे हैं ताकि दोनों सांसदों को किसी प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना न करना पड़े।