metro सफर किराया अभी तक तय नहीं

स्वतंत्र समय, इंदौर

नए साल में इंदौर को मेट्रो ( metro ) रेल की सौगात मिलने जा रही है। प्रथम चरण में मेट्रो का कमर्शियल रन गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर स्टेशन नंबर 3 तक प्रारम्भ होगा। लगभग 6 किलोमीटर के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर में पांच स्टेशन होंगे। सभी पांचो स्टेशन लगभग तैयार हो चुके हैं। कमर्शियल रन के लिए टिकट का किराया कितना होगा यह अभी तय नहीं हुआ है। प्रथम चरण के कार्य को पूरा करने के लिए शनिवार को मेट्रो कंपनी के एमडी एस कृष्ण चैतन्य ने अधिकारियों को साथ लेकर सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का दौरा किया। इस मौके पर एमडी एस. कृष्ण चैतन्य ने निर्माण कार्यों की प्रगति रिपोर्ट ली एवं स्थलीय निरीक्षण किया । इसी प्रकार मेट्रो का 11वां सेट भी इंदौर पहुँच गया है। इस तरह इंदौर में मेट्रो के कुल 33 कोच हो चुके हैं।

कंट्रोल रूम से देखा metro स्टेशन-डिपो का मॉनिटरिंग सिस्टम

गांधी नगर डिपो से स्थल निरीक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए एमडी ने प्रशासनिक भवन में चल रहे अंतिम चरण के निर्माण कार्य तथा सिस्टम वर्क का परीक्षण किया। साथ ही मेट्रो  ( metro ) परिचालन के सबसे महत्वपूर्ण डिपो मे स्थापित कंट्रोल रूम से सभी स्टेशन एवं डिपो की निगरानी प्रणाली (मॉनिटरिंग सिस्टम ) को देखा एवं संतुष्टि जाहिर की। इसी तरह उन्होंने इंदौर मेट्रो प्रायोरिटी कॉरिडोर के निर्माण कार्यों का स्थल निरीक्षण करते हुए सिविल, सिस्टम, रोलिंग स्टॉक, ट्रेफिक, सिग्नल्लिंग आदि प्रमुख अवयवों का मुआइना किया ।

तीन कोच वाली मेट्रो रेल का एक और सेट इंदौर पहुंचा

जानकारी के मुताबिक मेट्रो के अधिकारियों ने शनिवार की दोपहर को गांधी नगर डिपो से दौरा शुरू किया। अधिकारियों ने सबसे पहले इंदौर पहुंची 11वीं मेट्रो ट्रेन का अवलोकन किया गया इसके बाद डिपो के निरिक्षण के दौरान एमडी श्री चैतन्य ने डिपो में हरियाली बढ़ाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि सजावटी के बजाय ऐसे वृक्ष लगाए जाए जो जनोपयोगी हों । उन्होंने प्रोजेक्ट से जुड़े सभी कांट्रेक्टर्स को शेष बचे कार्यों एवं बाहरी सौंदरीयकरण के कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।

सीएमआरएस की तैयारी करने के निर्देश

बताया गया है की मेट्रो प्रोजेक्ट निर्माण के लिए समय की प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रबंध संचालक ने सभी स्तकेहोल्डेर्स को पहली कड़ी ( प्रथम चरण ) मे शुरू होने वाले गांधी नगर से एस सी -3 स्टेशन तक के सूक्ष्म निर्माण पहलुओं को पूरा कर कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी ( सी एम आर एस ) की तैयारी करने के निर्देश दिये । निरीक्षण के दौरान एम डी के साथ शोभित टंडन, निदेशक (सिस्टम), अजय गुप्ता, निदेशक (प्रोजेक्ट्स), रणवीर सिंह राजपूत महाप्रबंधक (सिविल एलेवेटड), अजय कुमार महाप्रबंधक (सिविल अन्डरग्राउन्ड), राजीव कुमार गोयल महाप्रबंधक (एडमिन) के साथ-साथ जनरल कंसल्टेंट और मेट्रो निर्माण संवेदकों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।