सर्दियों का मौसम आते ही गले की समस्याएं, जैसे खराश, खांसी और सूजन, आम हो जाती हैं। इनमें से एक प्रमुख समस्या टॉन्सिल की होती है। टॉन्सिल, जो मुंह के पीछे मौजूद दो अंडाकार संरचनाएं हैं, संक्रमण की चपेट में आकर सूज जाते हैं। इसे टॉन्सिलाइटिस कहा जाता है।
क्या है टॉन्सिल और इसका संक्रमण?
टॉन्सिल हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली का हिस्सा हैं, जो संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। सर्दियों में वायरस या बैक्टीरिया के कारण टॉन्सिल में सूजन हो सकती है। अगर संक्रमण लंबे समय तक बना रहे, तो यह गंभीर रूप ले सकता है और कैंसर का खतरा पैदा कर सकता है।
टॉन्सिल कैंसर के लक्षण
टॉन्सिल कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- निगलने में कठिनाई और दर्द।
- कान में लगातार दर्द।
- आवाज में बदलाव।
- भूख न लगना, वजन का कम होना और थकावट।
- गर्दन में सूजन और जबड़े में अकड़न।
- सरवाइकल लिम्फ नोड का बढ़ना।
यदि ये लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
टॉन्सिलाइटिस के कारण
टॉन्सिलाइटिस मुख्य रूप से वायरल संक्रमण से होता है, लेकिन कभी-कभी बैक्टीरिया संक्रमण भी इसका कारण बनते हैं।
- स्ट्रेप्टोकोकल बैक्टीरिया: यह टॉन्सिलाइटिस का प्रमुख कारण है और अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।
संक्रमण से बचाव कैसे करें?
- गले को गर्म और नम रखें।
- ठंडे या बहुत गर्म खाने से परहेज करें।
- बैक्टीरिया और वायरस से बचने के लिए हाथ साफ रखें।
- समय पर इलाज कराएं और डॉक्टर की सलाह लें।