Ujjain Mahakal Darshan: महाकाल मंदिर व्यवस्था में हुआ बदलाव, अगर आप भी 31 से 5 तारीख के बीच जा रहे है दर्शन करने, तो पढ़ें ये पूरी खबर

Ujjain Mahakal Darshan: महाकाल ज्योतिर्लिंग मंदिर में 31 दिसंबर और 1 जनवरी को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए कुछ विशेष व्यवस्थाएं लागू की गई हैं।

• शीघ्र दर्शन टिकट सुविधा बंद: इन दो दिनों में 250 रुपये की शीघ्र दर्शन टिकट सेवा उपलब्ध नहीं होगी।
• नि:शुल्क दर्शन: श्रद्धालु चारधाम मंदिर के सामने से दर्शन की कतार में लगकर नि:शुल्क भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
• भस्म आरती की व्यवस्था: भस्म आरती के ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी स्थगित कर दी गई है। हालांकि, श्रद्धालु बिना अनुमति के भस्म आरती के चलायमान दर्शन कर सकते हैं।
• विशेष दर्शन प्रबंधन: सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए निर्बाध दर्शन सुनिश्चित करने के लिए नए साल पर विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।

भीड़भाड़ को व्यवस्थित करने और सभी भक्तों को दर्शन का अवसर देने के लिए यह योजना बनाई गई है। महाकाल मंदिर में नए साल पर भीड़ को सुगम और सुव्यवस्थित रूप से संभालने के लिए विशेष दर्शन व्यवस्था की गई है।

• दर्शन का समय: श्रद्धालु सामान्य कतार में लगकर लगभग 40 से 45 मिनट में भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
• विशेष प्रवेश द्वार:
• प्रोटोकॉल वाले भक्तों के लिए अलग प्रवेश द्वार की व्यवस्था की गई है।
• वृद्ध और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए भी विशेष द्वार उपलब्ध रहेगा, ताकि उन्हें दर्शन में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।

इस व्यवस्था का उद्देश्य सभी श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन का अवसर प्रदान करना है, विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले इन दिनों में। महाकाल मंदिर समिति ने सोमवती अमावस्या के पावन अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष प्रबंध किए। इस दिन लगभग डेढ़ लाख भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई, दर्शन के लिए कतारबद्ध व्यवस्था सुनिश्चित की गई, और श्रद्धालुओं को सुविधाजनक दर्शन प्रदान करने के लिए समय-समय पर मार्गदर्शन दिया गया। इसके अलावा, मंदिर परिसर में जगह-जगह जल और स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई ताकि भक्त बिना किसी असुविधा के पूजा-अर्चना कर सकें। मंदिर समिति ने यह भी सुनिश्चित किया कि भीड़ के बावजूद श्रद्धालु दर्शन कर अपने अनुभव को सुखद बना सकें।

महाकाल मंदिर में दर्शन की व्यवस्थाएं

प्रवेश मार्ग

1. सामान्य दर्शनार्थी:
• प्रवेश: चारधाम मंदिर के सामने से दर्शन की कतार में लगने के बाद।
• मार्ग: शक्तिपथ → श्री महाकाल महालोक → मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर → महाकाल टनल-1।
• दर्शन स्थल: गणेश मंडप से भगवान महाकाल के दर्शन।
2. वीआईपी दर्शनार्थी:
• प्रवेश: हरिफाटक ओवर ब्रिज → बेगमबाग मार्ग → नीलकंठ द्वार।
• विशेष सुविधा: वीआईपी पार्किंग की व्यवस्था।
3. वृद्ध और दिव्यांग दर्शनार्थी:
• प्रवेश: मंदिर कार्यालय के सामने स्थित अवंतिका प्रवेश द्वार।
• सुविधा: निशुल्क व्हीलचेयर उपलब्ध।

निर्गम मार्ग

• भगवान महाकाल के दर्शन के बाद भक्त गेट नं. 10 या निर्माल्य द्वार से बाहर आएंगे।
• इसके बाद निर्धारित मार्ग: बड़ा गणेश मंदिर → हरसिद्धि चौराहा → चारधाम मंदिर।

यह व्यवस्था भक्तों की सुविधा और भीड़ नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए की गई है।