स्वतंत्र समय, भोपाल
मप्र के रिटायर्ड आईएएस अफसरों की पुर्ननियुक्ति स्थल बने मप्र विद्युत नियामक आयोग ( Regulatory Commission ) में नए चेयरमैन के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आयोग के अध्यक्ष के तौर पर पूर्व में राकेश साहनी, एसपीएस परिहार जैसे अफसर रह चुके हैं। वर्तमान चेयरमैन परिहार का कार्यकाल 2 जनवरी को पूरा हो चुका है। इसलिए सरकार ने नए अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में चयन समिति का गठन किया है।
रिटा. आईएएस बनता है Regulatory Commission का चेयरमैन
विद्युत नियामक आयोग ( Regulatory Commission ) का चेयरमैन रिटायर्ड आईएएस अथवा मप्र हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस को बनाने का नियम है। सालों से इस पद पर आईएएस अफसरों का कब्जा रहा है। वर्तमान में नया चेयरमैन बनने के लिए करीब 31 आईएएस और पूर्व जस्टिस आदि अधिकारियों ने आवेदन किए थे। इनमें से एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने अपना आवेदन सीएस के कहने पर वापस ले लिया है। नए चेयरमैन का चयन करने सरकार ने शुक्रवार को चयन समिति का अध्यक्ष पूर्व न्यायमूर्ति रूपेश चंद्र वार्ष्णेय को बनाया है। इस समिति में सदस्य के तौर पर मुख्य सचिव अनुराग जैन तथा केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण समिति के सदस्य को सदस्य नियुक्त किया है। यह समिति एक पखवाडेÞ के भीतर तीन नामों की अनुशंसा सरकार को करेगी।
तीन प्रभारी चीफ इंजीनियर बदले
राज्य सरकार ने शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी में पदस्थ तीन प्रभारी चीफ इंजीनियरों के तबादले कर दिए हैं। आरएल वर्मा प्रभारी मुख्य अभिंयता परिक्षेत्र सागर से परिक्षेत्र जबलपुर, जबलपुर परिक्षेत्र के प्रभारी मुख्य अभियंता एससी वर्मा का ट्रांसफर परिक्षेत्र रीवा किया गया है, जबकि प्रभारी मुख्य अभियंता भवन परिक्षेत्र रीवा जिले सिंह बघेल को अधीक्षण यंत्री प्रमुख अभियंता भवन लोक निर्माण में पदस्थ किया है। गौरतलब है कि एससी वर्मा ईएनसी बनने के लिए काफी हाथ-पैर मार रहे थे और इसके लिए उन्होंने सीनियरिर्टी पाने के लिए पुर्न: डीपीसी कराने के प्रयास में जुटे हुए थे, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल सकी और सरकार ने अधीक्षण यंत्री केपीएस राणा को प्रभारी प्रमुख अभियंता बना दिया।