स्वतंत्र समय, प्रयागराज
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के संतों ने शनिवार को शाही अंदाज में महाकुंभ ( Mahakumbh ) छावनी प्रवेश किया। मठ बाघंबरी गद्दी से निकली छावनी यात्रा (पेशवाई) गंगा के किनारे दारागंज, नागवासुकि, गंगा चौराहा, दशाश्वमेध घाट, काली मार्ग से होते हुए त्रिवेणी मार्ग पर पहुंचा। यहां से गंगा पर बने पांटून पुल के रास्ते अखाड़े में प्रवेश किया। छावनी प्रवेश में संतों के विविध रूप देखने को मिला। सडक़ों के दोनों किनारों पर खड़े होकर लोगों ने संतों के दर्शन किए। इस दौरान संतों और महात्माओं के साथ नागा संन्यासियों के ऊपर पुष्प वर्षा की गई।
Mahakumbh में कई पांटून पुलों पर आवागमन रहा बंद
महाकुंभ ( Mahakumbh ) में सुरक्षा व्यवस्था का व्यापक बंदोबस्त किया गया। छावनी यात्रा के चलते शहर के कई मार्गों अलोपी बाग मंदिर रोड, जवाहर जीटी से काली मार्ग के रास्ते गंगा पार कर अखाड़े में प्रवेश किया। इसके चलते कई पांटून पुलों पर आवागमन बंद रहा। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। अधिकारियों ने छावनी प्रवेश में शामिल संतों का स्वागत माल्यार्पण के साथ किया। छावनी प्रवेश में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी, श्री बड़े हनुमान मंदिर के महंत बलवीर गिरि, कैलाशानंद सहित तमाम संत शामिल रहे।