Weather Update: उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड का कहर जारी है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और मध्य प्रदेश में शीतलहर के चलते तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। घने कोहरे और बर्फबारी के कारण यातायात और सामान्य दिनचर्या बाधित हो रही है। इस बीच, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना व्यक्त की गई है, जो मौसम को और अधिक ठंडा कर सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ अब पूर्व की ओर शिफ्ट होकर मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी पवनों में एक ट्रफ के रूप में स्थित है, जिसका असर उत्तर भारत के मौसम पर साफ दिख रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में निचले स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जबकि मध्य महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर असम में भी चक्रवाती परिसंचरण बने हुए हैं। इसके साथ ही, भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनी हुई है, जिसके परिणामस्वरूप तमिलनाडु तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। इन सभी परिसंचरणों का प्रभाव अगले कुछ दिनों में भारत के विभिन्न हिस्सों के मौसम पर देखने को मिलेगा।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 10 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है, जिससे बारिश और ठंड में वृद्धि होगी। इस विक्षोभ का प्रभाव राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से महसूस किया जा सकता है। आगामी दिनों में इन क्षेत्रों में मौसम अधिक ठंडा और नम रहने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। असम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के दक्षिणी भागों में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। इन क्षेत्रों में मौसम संबंधी सतर्कता की आवश्यकता है।
अगले 2-3 दिनों में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री की गिरावट की संभावना है, जबकि मध्य भारत में यह गिरावट 2 से 4 डिग्री तक हो सकती है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और ओडिशा के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाने की संभावना है, जो यात्रियों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है। राजस्थान के कई हिस्सों में भी ठंड का असर और तेज होने की उम्मीद है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में भी हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई, जबकि उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में हल्की बारिश देखी गई। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश और लक्षद्वीप में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। झारखंड और अरुणाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी हल्की बारिश देखने को मिली।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड का असर जारी है, जबकि पंजाब, दिल्ली और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी ठंड का प्रकोप महसूस किया गया। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में शीतलहर और घने कोहरे के कारण ठंड के प्रभाव के और बढ़ने की संभावना जताई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।