मुंगेली जिले के सरगांव क्षेत्र अंतर्गत रामबोड़ में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। स्पंज आयरन फैक्ट्री में गर्म राख से भरा कंटेनर (साइलो) अचानक काम कर रहे श्रमिकों पर गिर गया। इस हादसे में कई श्रमिक दब गए। प्रशासन ने देर रात तक एक श्रमिक की मौत की पुष्टि की है। राहत और बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा। प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन हादसे के कारणों की जांच कर रहे हैं। इस घटना ने क्षेत्र में गहरी चिंता और शोक की स्थिति पैदा कर दी है। अन्य दबे हुए श्रमिकों की स्थिति और कुल हताहतों की संख्या के बारे में जानकारी का इंतजार है।
मुंगेली जिले के सरगांव क्षेत्र स्थित रामबोड़ में स्पंज आयरन फैक्ट्री में हुए हादसे के बाद स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। गर्म राख से भरा कंटेनर (साइलो) गिरने के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू किया गया। अब तक दो श्रमिकों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद से कई श्रमिक लापता हैं। प्रशासन की टीम और बचावकर्मी लगातार राख में दबे श्रमिकों की तलाश कर रहे हैं। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है, और फैक्ट्री प्रबंधन से भी इस मामले में पूछताछ की जा रही है। राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई गई है ताकि अन्य श्रमिकों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।
संभागायुक्त महादेव कावरे ने जानकारी दी कि मुंगेली जिले के सरगांव क्षेत्र के रामबोड़ में स्थित कुसुम इंडस्ट्रीज स्पंज आयरन फैक्ट्री में गुरुवार की दोपहर एक बड़ा हादसा हुआ। इस फैक्ट्री में लगभग 350 श्रमिक अलग-अलग शिफ्टों में काम करते हैं। घटना के समय कई श्रमिक अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। गर्म राख से भरा कंटेनर (साइलो) अचानक गिरने से श्रमिकों पर कहर बरपा। कई श्रमिक दब गए, और तत्काल राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। अब तक दो श्रमिकों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है, जबकि कई श्रमिक लापता हैं। प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं, फैक्ट्री में सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
घटना के समय फैक्ट्री में लंच का समय था, जिस कारण अधिकांश श्रमिक काम छोड़कर भोजन करने चले गए थे। इसी दौरान, चिमनी के पास रखा गर्म राख से भरा भारी कंटेनर (साइलो) अचानक गिर पड़ा। वहां काम कर रहे कुछ श्रमिक इस हादसे की चपेट में आ गए। गिरते ही कंटेनर से राख का बड़ा गुबार उठा, जिससे आसपास का क्षेत्र धुंधला हो गया और श्रमिकों का पता लगाना मुश्किल हो गया। राख के बीच दबे और लापता श्रमिकों की तलाश के लिए राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। प्रशासन और बचाव दल स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस घटना ने फैक्ट्री की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हादसे की जानकारी मिलते ही फैक्ट्री में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। तत्काल सरगांव पुलिस और प्रशासन को घटना की सूचना दी गई। मौके पर मौजूद श्रमिकों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और किसी तरह दो श्रमिकों को बाहर निकाला। गंभीर अवस्था में इन श्रमिकों को सिम्स अस्पताल भेजा गया।
घटना में दगोरी निवासी मनोज कुमार की मौत हो गई है। वहीं, दो श्रमिक जयंस साहू और अवधेश कश्यप अब भी लापता हैं। उनकी तलाश के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है। घायल श्रमिक लखन साहू को बेहतर इलाज के लिए बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन इस हादसे की जांच कर रहा है और फैक्ट्री की सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जा रही है। यह घटना क्षेत्र में शोक और चिंता का कारण बन गई है।
हादसे की गंभीरता को देखते हुए संभागायुक्त महादेव कावरे, आईजी डा. संजीव शुक्ला, मुंगेली कलेक्टर और एसपी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए बड़े क्रेनों की व्यवस्था की, जिससे कंटेनर को हटाकर दबे हुए श्रमिकों की तलाश जारी है। सिम्स अस्पताल को अलर्ट मोड पर रखा गया है, और अब तक दो घायलों को सिम्स भेजा गया है। बचाव दल के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी घटनास्थल पर लगातार निगरानी कर रहा है। लापता श्रमिकों को खोजने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस हादसे ने फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों और आपातकालीन प्रबंधन की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।