हिचकोले लेते रहे District President बनने के कई दावेदार

स्वतंत्र समय, भोपाल

भाजपा के संगठन चुनाव में अब जिला और शहर अध्यक्षों ( District President ) के नाम की घोषणा का इंतजार है। संगठन के प्रदेश कार्यालय प्रभारी के निर्देश पर कई जिलों में जिलाध्यक्ष बनने के दावेदार दोपहर से ही पहुंच गए थे। उक्त जिलों में लंबे समय से इंतजार कर रहे नेता अपने-अपने नेताओं को रात के दस बजे तक मोबाइल करके यह पूछते रहे की कब तक और कार्यालय में बैठना है। हालांकि प्रदेश नेतृत्व से आश्वाशन रात दस बजे तक मिलता रहा।जिलाध्यक्ष का पद अपने समर्थक को दिलाने के लिए हर नेता घोषणा के अंतिम समय तक पूरी ताकत लगाता रहा। इस बात की संभावना है कि अध्यक्षों की नियुक्ति में प्रदेश के चुनिंदा नेताओ की पसंद को महत्व दिया जाएगा। संगठन चुनाव में अपने समर्थक को अध्यक्ष पद पर बैठाने के लिए भाजपा के बड़े नेता पूरी ताकत लगाए हुए हैं। इसी का परिणाम है कि इस बार भाजपा में जबरदस्त कशमकश की स्थिति बन गई है।

मीडिया में चलते रहे District President के दावेदारों के नाम

जिलाध्यक्ष ( District President ) के नामों की घोषणा को लेकर गुरूवार के दिन भी किसी भी वक्त सूची जारी होने की बात सोशल मीडिया पर चलती रही। प्रदेश में जिलाध्यक्ष का चयन होना इस समय वीरवल की खीचड़ी से कम नही लग रहा हैं। नेताओं मेंं ऐसा माहौल बना हुआ है कि पार्टी का जिलाध्यक्ष नहीं बल्कि लोकसभा अथवा विधानसभा के दावेदारों की सूची जारी हो रही है। प्रदेश कार्यालय एवं जिला कार्यालयों में नेता ऐसा ही कहते हुए दिख रहे है।

अपने ही फरमान का पालन नहीं कर पाए

आखिर जिलाध्यक्ष के नामों की घोषणा करने में ऐसा क्या पेच पड़ रहा है कि प्रदेश कार्यालय प्रभारी ने ही गुरूवार को सुबह चुनिंदा जिलों में जिलाध्यक्ष बनने के दावेदारों को कार्यालय में रहने का फरमान दिया। इसके बावजूद रात के दस बजे तक नतीजा सिफर रहा। यदि ऐसी कोई विषम परिस्थिति थी तो दावेदारों को जिलों में रहने के निर्देश क्यो दिए।

इनका कहना है…

जिला अध्यक्ष की घोषणा पर निर्णय जल्द हो जाएगा, दावेदारों पर सूचना जल्द पहुंचेगी।
-भगवान दास सबनानी, प्रदेश महामंत्री