Mahakumbh 2025 Alert: प्रयागराज में रविवार से शुरू हो रहे महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। इस भव्य आयोजन के साथ ही साइबर ठगों ने भी सक्रियता बढ़ा दी है। खासतौर पर दूसरे शहरों से आ रहे श्रद्धालुओं को होटल बुकिंग के दौरान निशाना बनाया जा रहा है। ये ठग फर्जी वेबसाइट और लिंक के माध्यम से श्रद्धालुओं को धोखा देकर उनकी धनराशि ठग रहे हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और केवल आधिकारिक वेबसाइट या विश्वसनीय प्लेटफॉर्म से बुकिंग करने की सलाह दी है।
भोपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होने प्रयागराज जा रहे हैं। इस दौरान कई लोग गूगल पर होटल सर्च करते हुए साइबर ठगों के झांसे में आ रहे हैं, जिससे उनके बैंक खाते खाली हो रहे हैं। साइबर क्राइम सेल में बीते एक सप्ताह में ऐसी कई शिकायतें दर्ज हुई हैं। हालांकि, पांच लाख रुपये तक की ठगी की शिकायतें संबंधित थानों में दर्ज की जा रही हैं, जिसके चलते फरियादियों को थानों में जाने के लिए कहा जा रहा है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और केवल प्रमाणित वेबसाइटों का उपयोग करने की सलाह दी है।
भोपाल में महाकुंभ के लिए होटल बुकिंग के दौरान साइबर ठगी के कई मामले सामने आए हैं। इंद्रपुरी निवासी सुमित मालवीय ने गूगल पर सर्च करके एक वेबसाइट से प्रयागराज के होटल में दो दिन के लिए दो कमरे बुक किए और 14 हजार रुपये का पेमेंट किया। बुकिंग का कोई मैसेज नहीं आया, और दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर पता चला कि ऐसा कोई होटल अस्तित्व में ही नहीं है। इसी तरह, वन विभाग से रिटायर्ड एक कर्मचारी ने ऑनलाइन होटल बुकिंग के दौरान कार्ड की जानकारी साझा की और ओटीपी बताने के बाद उनके खाते से 26 हजार रुपये निकाले गए। बाद में संपर्क करने पर संबंधित व्यक्ति ने उनका नंबर ब्लॉक कर दिया। ठगी के बाद पीड़ितों को पुलिस की मदद लेनी पड़ी।
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों के दौरान होटल बुकिंग के लिए हमेशा सरकारी या विश्वसनीय टूरिज्म वेबसाइट्स का ही उपयोग करें। फर्जी वेबसाइटों पर अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें। सुनिश्चित करें कि जिस वेबसाइट पर आप बुकिंग कर रहे हैं, उसके यूआरएल में ग्रीन लॉक का निशान हो, जो उसकी सुरक्षा को दर्शाता है। ऑनलाइन भुगतान करते समय केवल भरोसेमंद और सिक्योर गेटवे का ही उपयोग करें। होटल या बुकिंग साइट की रेटिंग और उपयोगकर्ताओं की समीक्षाएं अवश्य जांचें ताकि उसकी विश्वसनीयता की पुष्टि हो सके। इसके अलावा, किसी भी अज्ञात मेल या संदिग्ध संदेश में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से बचें, क्योंकि ये ठगी का जरिया हो सकते हैं। सतर्क रहकर ही ऑनलाइन ठगी से बचा जा सकता है।