इंदौर में गोपाल मंदिर को मेरिज हॉल बनाने के फैसले से यादव समाज में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। समाज ने इस कदम को अपनी धार्मिक आस्था और सम्मान पर हमला बताया है। संक्रांति पर्व पर यादव समाज ने इस विरोध को प्रखर रूप देते हुए मंदिर का शुद्धिकरण किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई।
संक्रांति पर विशेष प्रार्थना और माल्यार्पण
राजबाड़ा स्थित अहिल्या प्रतिमा पर यादव समाज ने माल्यार्पण कर भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना की। समाज ने उन लोगों को सद्बुद्धि देने की कामना की, जिन्होंने गोपाल मंदिर को अशुद्ध किया।
ग्यारह पंडितों के साथ शुद्धिकरण
यादव समाज ने गंगाजल और मंत्रोच्चार के माध्यम से गोपाल मंदिर का शुद्धिकरण किया। समाज के गणमान्य सदस्यों ने इसमें सक्रिय भाग लिया और इस आयोजन को सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताया।
नेताओं का आरोप: समाज को कुचलने की साजिश
- राकेश सिंह यादव (पूर्व महासचिव, म.प्र. कांग्रेस कमेटी) और हिमांशु यादव (पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष):
उन्होंने आरोप लगाया कि एक मंत्री के दबाव में मंदिर को मेरिज हॉल बनाने की अनुमति दी गई। इसे यादव समाज और भगवान श्रीकृष्ण का अपमान बताया गया। - मुख्यमंत्री पर दबाव का आरोप:
नेताओं ने कहा कि सत्ता पक्ष के कुछ लोग मुख्यमंत्री के रूप में यादव समाज के प्रतिनिधि को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और इस घटना को समाज को अपमानित करने की साजिश करार दिया।
मुख्यमंत्री को सबूतों सहित जानकारी दी गई
यादव समाज ने इस पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को सबूतों के साथ सौंप दी है। उन्होंने मंदिर कांड में शामिल जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
यादव समाज का सशक्त विरोध
यादव समाज ने स्पष्ट किया है कि ऐसी घटनाओं और साजिशों का पुरजोर विरोध किया जाएगा। समाज ने एकजुट होकर इन गतिविधियों को पूरी ताकत से रोकने का संकल्प लिया।
शुद्धिकरण में समाज की बड़ी भागीदारी
गोपाल मंदिर के शुद्धिकरण अभियान में यादव समाज के अनेक सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए।
प्रमुख उपस्थित लोग:
सर्व रमेश यादव, प्रवेश यादव, अनिल यादव, हिमांशु यादव, प्रदीप यादव, गट्टू यादव, सचिन यादव, सुभाष यादव, जितेंद्र यादव, मनोज यादव, संतोष यादव, संदीप यादव, धर्मेंद्र यादव, विनय यादव, श्याम यादव, रवि यादव, रंजीत यादव, और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।