Road accident में इंदौर नंबर वन और भोपाल दूसरे नंबर पर

स्वतंत्र समय, भोपाल

पूरे देश में स्वच्छता के मामले में नंबर वन इंदौर सड़क हादसों ( Road accident ) के मामले में भी पूरे एमपी में नंबर वन हो गया है। साल 2024 में इंदौर में कुल 6,075 सडक़ हादसे हुए हैं। 2023 में इनकी संख्या 5,714 थी। प्रदेश के अन्य शहरों की बात की जाए तो भोपाल दूसरे, जबलपुर तीसरे और ग्वालियर चौथे नंबर पर है। यहां क्रमश:5,390, 4148, 3,092 सडक़ हादसे हुए हैं। जानकारों के अनुसार सडक़ हादसों का मुख्य कारण ओवर स्पीड, ब्लाइंड स्पॉट और ड्राइविंग सेंस का कम होना है। पिछले साल से तुलना की जाए तो इस साल प्रदेश में 5679 कम सडक़ हादसे हुए हैं। 108 एम्बुलेंस के डेटा के अनुसार मध्य प्रदेश के 51 जिलों में साल 2024 में कुल 1,26,015 सडक़ हादसे हुए हैं। वहीं साल 2023 में कुल 1,31,694 सडक़ हादसे हुए हैं। प्रदेश में सबसे कम सडक़ हादसे हरदा, नीमच व डिंडोरी में हुए हैं। यहां क्रमश: 947, 976, 907 सडक़ हादसे हुए हैं।

हेलमेट-सीट बेल्ट नहीं पहनने से हो रहे Road accident

108 एम्बुलेंस सेवा मप्र के सीनियर मैनेजर तरुण सिंह परिहार ने बताया कि एक्सीडेंट ( Road accident ) के गंभीर मामलों में लोगों द्वारा हेलमेट एवं सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करने की बात सामने आई है। हमारा सभी से निवेदन है कि नियमों का पालन करते हुए गाड़ी चलाएं। निजी वाहन की जगह एम्बुलेंस का उपयोग करें, जिसमें जीवन रक्षक उपकरण और प्रशिक्षित स्टाफ मौजूद होता है। किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए 108 एम्बुलेंस पर कॉल करें। हमारी संस्था एवं एम्बुलेंस कर्मचारी पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ सभी प्रकार की इमरजेंसी में आपके लिए तत्पर है ।

सड़क हादसों में देखी जा रही है बढ़ोतरी

भोपाल के पूर्व आरटीओ संजय तिवारी ने कहा-सडक़ हादसों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, इसका मुख्य कारण ओवर स्पीड़ और ब्लाइंड स्पॉट हैं। यह ब्लाइंड स्पॉट हर जगह हैं। चाहे हाईवे हो या फिर शहरी इलाके, अगर हादसों को कम करना है तो इन ब्लाइंड स्पॉट को पूरी तरह से खत्म करना होगा। इसके अलावा ड्राइविंग सेंस का कम होना भी इसका एक मुख्य कारण है।