स्वतंत्र समय, भोपाल
एमपी में उद्योगपतियों ( industrialist ) के माध्यम से बीते 10 सालों के दौरान 30 लाख 13 हजार करोड़ रुपए के 13 हजार 388 निवेश प्रस्ताव आए और इनमें से तीन लाख 47 हजार करोड़ रुपए के 762 पूंजी निवेश हुए हैं। इससे स्पष्ट है कि मप्र में निवेश के प्रति अभी में उद्यमियों का रुझान नहीं बढ़ा है। जबकि सरकार ने 366 औद्योगिक इकाइयों को 1224 करोड़ की सब्सिडी बांटी है।
industrialist पर वैधानिक कार्रवाई नहीं करने का भरोसा
मध्य प्रदेश सरकार राज्य में निवेश लाने के लिए नित नए प्रयास कर रही है। इंग्लैंड और जर्मनी दौरे पर गई राज्य की टीम ने निवेश के इच्छुक उद्योगपतियों ( industrialist ) को भरोसा दिलाया था कि वे मध्य प्रदेश में निवेश करें, उन पर किसी भी प्रकार की कोई वैधानिक कार्रवाई नहीं की जाएगी। निवेश प्रस्ताव देने के बाद यह भी जरूरी नहीं होगा कि वे निवेश करें हीं। इस बाध्यता से उन्हें छूट दी जाएगी। अगर निवेशक को प्रदेश में निवेश के अनुकूल माहौल नहीं लगता है, तो वह निवेश से पीछे भी हट सकेंगे। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अधिकारियों ने भले ही यह प्रयोग किया हो, लेकिन भविष्य में देखी जा रही निवेश की संभावनाओं पर इसका विपरीत असर पड़ेगा।
प्रदेश में बने 208 औद्योगिक क्षेत्र
उद्योग विभाग आंकड़ों के अनुसार प्रदेशभर में 4100 हेक्टेयर में 208 औद्योगिक क्षेत्र बनाए गए हैं। इनमें 12,500 भूखंड आवंटित हैं और नौ हजार से अधिक उद्योग स्थापित है। एमपीआइडीसी की मध्य प्रदेश में 115 से अधिक औद्योगिक क्षेत्रों में 30 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि में 112 विकसित या विकासशील औद्योगिक क्षेत्र और 14 ग्रीनफील्ड स्थल हैं।
पहले भी विदेशों में हो चुके कई रोड शो
पहले भी की गई ग्लोबल इन्वेस्टर समिट और देश- विदेश में किए गए रोड शो में करोड़ों के निवेश प्रस्ताव मिले, लेकिन उनमें से धरातल पर कुछ प्रस्ताव ही उतर पाए हैं। अब फिर मुख्यमंत्री 26 जनवरी से जापान आदि देशों में रोड शो करने जा रहे हैं, जिससे एमपी में निवेश आ सके। इधर, सरकार ने सिंगल विंडो सिस्टम, बिना अनुमति उद्योग की स्थापना सहित जो वादे उद्योग जगत से किए हैं, उन्हें धरातल पर उतारने पूरा भी किया जा रहा है। हालांकि अब भी कुछ कमियां है, जैसे उद्योगों की स्थापना से जुड़े विभागों के अधिकारियों की कार्य संस्कृति में सुधार लाना पड़ेगा। ऐसा हुआ तो मध्य प्रदेश देश के उन अग्रणी राज्यों में शामिल हो जाएगा, जहां सर्वाधिक निवेश होता है।