MPPSC Exam 2025: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने राज्य सेवा परीक्षा 2025 के लिए अधिसूचना जारी कर दी है, जिसमें कुल 158 पदों पर भर्ती की जाएगी। यह अधिसूचना 31 दिसंबर को जारी की गई थी, लेकिन इसके बावजूद अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं हैं। वे पदों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक उम्मीदवारों को अवसर मिल सके। अभ्यर्थियों का कहना है कि राज्य में विभिन्न विभागों में अधिक रिक्तियां हैं, जिनके लिए भर्ती प्रक्रिया को विस्तारित किया जाना चाहिए।
सोशल मीडिया के माध्यम से अभ्यर्थियों ने इस बार एमपीपीएससी द्वारा जारी भर्ती के पदों की संख्या को लेकर अपनी असंतुष्टि व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस बार आयोग ने सबसे कम 158 पदों पर भर्ती की घोषणा की है, जबकि परीक्षा में एक लाख से अधिक आवेदन आते हैं। अभ्यर्थियों का मानना है कि पदों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि अधिक संख्या में उम्मीदवारों को भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बनने का अवसर मिल सके और योग्य अभ्यर्थियों को रोजगार मिल सके।
ऐसे में, एक पद के लिए लगभग 200 अभ्यर्थियों के बीच प्रतिस्पर्धा होगी, जो कि अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है। हालांकि, एमपीपीएससी ने पहले ही संबंधित विभागों को पद बढ़ाने के संबंध में मांग पत्र भेज रखा है। आगामी सप्ताह में होने वाली बैठक में इस मामले पर चर्चा की जाएगी, और संभावना है कि भर्ती के पदों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया जा सकता है, जिससे अधिक अभ्यर्थियों को अवसर मिल सके।
आयोग के ओएसडी रवींद्र पंचभाई ने कहा है कि पदों की संख्या बढ़ाने का निर्णय विभाग स्तर पर लिया जाता है। इस संबंध में संबंधित विभागों को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है, लेकिन अभी तक इन विभागों से कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यदि विभागों से ऐसे पत्र मिलते हैं, तो वे परीक्षा से पूर्व भी पदों की संख्या बढ़ा सकते हैं। पीएससी 2025 की परीक्षा 16 फरवरी को निर्धारित है, और इस समय सीमा के भीतर निर्णय लिया जा सकता है।
एमपीपीएससी ने पीएससी-2025 की अधिसूचना जारी कर कुल 158 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। इन पदों में 10 एसडीएम, 22 डीसीपी, एक वाणिज्यिक कर अधिकारी, एक वित्त सेवा, दो सहायक संचालक जनसंपर्क, 10 अतिरिक्त सहायक विकास आयुक्त, 65 बाल विकास परियोजना अधिकारी, पाँच वाणिज्यिक कर निरीक्षक शामिल हैं। आवेदन की प्रक्रिया 17 जनवरी तक जारी रही थी, और इस तिथि तक अभ्यर्थियों से आवेदन स्वीकार किए गए थे।
इस बीच, अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर पद बढ़ाने को लेकर अभियान छेड़ दिया है। वे पोस्ट के माध्यम से विभिन्न विभागों के रिक्त पदों का जिक्र कर रहे हैं और इस बात को उठा रहे हैं कि वर्तमान में 700 से ज्यादा पद विभिन्न विभागों में भरे जाने हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि इन रिक्तियों को भरने के लिए पदों की संख्या में वृद्धि की आवश्यकता है, ताकि अधिक उम्मीदवारों को अवसर मिल सके।
पिछले साल पीएससी 2024 की अधिसूचना में आयोग ने महज 50 पदों पर भर्ती निकाली थी। इसके बाद अभ्यर्थियों के विरोध के चलते पदों की संख्या बढ़ाई गई, पहले 60 पद और फिर 110 पद किए गए। अब अभ्यर्थियों की मांग है कि पीएससी 2025 में भी पदों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। दिसंबर में हुए प्रदर्शन के दौरान भी अभ्यर्थियों ने यही मुद्दा उठाया था, लेकिन आयोग की तरफ से अभी तक इस पर कोई स्पष्ट स्थिति नहीं आई है।
आयोग के ओएसडी रवींद्र पंचभाई ने कहा है कि पदों की संख्या बढ़ाने का निर्णय विभाग स्तर पर लिया जाता है। इस संदर्भ में संबंधित विभागों को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है, लेकिन अभी तक इन विभागों से कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यदि विभागों से ऐसे पत्र मिलते हैं, तो वे पीएससी 2025 की परीक्षा से पूर्व भी पदों की संख्या बढ़ा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पीएससी 2025 की परीक्षा 16 फरवरी को निर्धारित है।