महाकुंभ मेले में मची भगदड़, रोते-बिलखते अपनों को ढूंढ रहे लोग, शोभा यात्रा नहीं निकालेंगे संत, बिना लाव-लश्कर करेंगे अमृत स्नान

आज मौनी अमावस्या के अवसर पर तड़के सुबह से ही घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इसी बीच, महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान से पहले भगदड़ मच गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है। इस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में अखाड़ा परिषद ने घोषणा की है कि महाकुंभ में साधु-संत बिना लाव-लश्कर के अमृत स्नान करेंगे और इस दौरान कोई शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी।

महाकुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और निगरानी के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश जारी है। सुबह घटना की सूचना मिलने के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में लगातार अधिकारियों से अपडेट ले रहे हैं। वह उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी के साथ सुबह 4:00 बजे से बैठक कर रहे हैं और जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे हैं।

महाकुंभ में भगदड़ की खबर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार संपर्क में हैं। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी अब तक तीन बार सीएम योगी से फोन पर बात कर चुके हैं और मेले की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इस बीच, सुबह 6 बजे तक महाकुंभ में 1.75 करोड़ श्रद्धालु संगम तट पर पवित्र स्नान कर चुके हैं।

महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद प्रयागराज के सीएमओ मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी हाउस पहुंचे, जहां मृतकों के परिजनों से शवों की शिनाख्त कराई जा रही है। हादसे के बाद श्रद्धालुओं के एक बड़े जत्थे को सिविल लाइन इलाके में रोका गया था, लेकिन संगम में हालात सामान्य होने के बाद उन्हें वहां जाने की अनुमति दे दी गई है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रयागराज जंक्शन पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और जीआरपी के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। हालांकि, प्रयागराज जंक्शन पर स्थिति फिलहाल पूरी तरह सामान्य है।