स्वतंत्र समय, भोपाल
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार 8वीं बार बजट ( Budget ) पेश किया। इस पर एमपी के भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का बजट बताया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा है कि यह विकसित भारत के रूप में नए भारत के विजन वाला बजट है। सभी वर्गों का ख्याल मोदी सरकार ने रखा है वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी की कार्यशैली ऐसी है कि बीजेपी के लोग देश को लूट और बेच रहे हैं। इससे पहले भी जब-जब मोदी बजट लाए हैं, देश निराश ही हुआ है। भ्रष्टाचार अद्भुत और अकल्पनीय हो गया है। लूटो और बेचो देश को वाली नीति पर काम हो रहा है।
वीडी बोले- Budget में हर वर्ग का ध्यान रखा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि आम बजट में देश के गरीब, किसान, नौजवान, मध्यमवर्गीय परिवार, व्यापारी, पिछड़ा, महिला, श्रमिक समेत हर वर्ग का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है। केंद्र सरकार का बजट 2025 में नए भारत का विजन व समृद्ध और डिजिटल भारत का आधार स्पष्ट रूप से प्रतीत होता है।
आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का बजट: शिवराज: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ये बजट आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का बजट है। इसमें विश्वास की महक है, विकास की ललक है और विकसित भारत के निर्माण की तड़प है। बजट में कृषि और किसानों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। कोई कल्पना भी नहीं करता था कि इनकम टैक्स में छूट की सीमा 12 लाख तक हो जाएगी।
विकास दर नीचे, भाषण ऊंचे: पटवारी
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने कहा कि देश में सरकारें नहीं बच रही हैं, केवल चुनाव हो रहे हैं। विकास दर नीचे है, लेकिन भाषण ऊंचे स्तर पर हैं। उद्योगपतियों के सोलह लाख करोड़ रुपए दस साल में माफ कर दिए गए, लेकिन किसानों के लिए कोई ठोस काम नहीं हो रहा है।पटवारी ने कहा कि किसानों की आत्महत्या बढ़ रही है। युवाओं के रोजगार का संकट बना हुआ है। एमएसपी को लेकर किसान सडक़ पर हैं। देश पर 270 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। हालात बदतर होते जा रहे हैं। यही स्थिति मध्य प्रदेश में भी है। प्रदेश सरकार लगभग 5 लाख करोड़ रुपए के कर्जे में है।
नेता प्रतिपक्ष बोले- बजट जुमलों की पोटली
उधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि मोदी सरकार का बजट 2025 भी जुमलों की पोटली निकला है। महंगाई, बेरोजगारी और गिरती अर्थव्यवस्था पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, केवल बड़े-बड़े वादों का मायाजाल है।