Municipal Corporation का अगले 60 दिनों में 200 करोड़ वसूलने का लक्ष्य

स्वतंत्र समय, इंदौर

नगर निगम ( Municipal Corporation ) का खजाना काफी दिनों से खाली पड़ा है। खजाना खाली होने की वजह से न तो ठेकेदारों के समय पर पैमेंट हो पा रहे है और न ही शहर में चल रहे विकास कार्यों में गति आ रही है। नगर निगम में आए दिन राजस्व वसूली को लेकर नए नए प्लान भी बनते रहते है, लेकिन कभी भी वह अपने लक्ष्य तक पहुंच पाता है। अब महापौर और निगम कमिश्नर ने निगम के कर्मचारियों को नया लक्ष्य दिया है की वह अगले 60 दिनों में शहर के बकायदारों से लगभग 200 करोड़ रुपए की वसूली करे ताकि जिन लोगों के पैमेंट अटके हुए है उसे पूरा किया जा सके। इस मामले में निगम के राजस्व विभाग के प्रभारी निरंजन सिंह चौहान गुड्डू समीक्षा बैठक कर सभी को निर्देश भी दे दिए है।

Municipal Corporation के सभी कर्मचारी लक्ष्य के अनुसार काम करें

उल्लेखनीय है की नगर निगम ( Municipal Corporation ) के द्वारा फरवरी और मार्च के 2 महीने में शहर के 22 जोनल कार्यालय पर मौजूद राजस्व विभाग के कर्मचारियों के माध्यम से 200 करोड रुपए का राजस्व हासिल का लक्ष्य रखा गया है। यह लक्ष्य नगर निगम के सभी सहायक राजस्व अधिकारी और बिल कलेक्टर की बैठक में दिया गया। निगम के राजस्व विभाग के प्रभारी निरंजन सिंह चौहान गुड्डू ने बताया की इस वर्ष अब तक हुए राजस्व संग्रहण की समीक्षा की गई।

टैक्स की राशि जमा करने के लिए कहा जाए

इस समीक्षा में यह पाया गया कि अभी बकाया दर नागरिकों से टैक्स की वसूली करने के काम पर जोर दिए जाने की आवश्यकता है। बकायदारों से टैक्स की राशि वसूल करने वाले सभी कर्मचारियों को यह निर्देश दिया गया कि जो भी बड़ा बकायादार है उसके नाम पर एक बार फिर नए सिरे से नोटिस जारी किया जाए। नोटिस देने के साथ इस बकायादार से संपर्क कर उसे टैक्स की राशि जमा करने के लिए कहा जाए। यदि इसके बाद भी बकायादार के द्वारा टैक्स की राशि जमा नहीं की जाती है तो उसकी संपत्ति की जपती और कुर्की करने की कार्रवाई की जाए।

जिन कर्मचारियों का काम निराशजनक होगा उन्हें दंडित किया जाएगा

उन्होंने बैठक में राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को यह चेतावनी भी दी गई कि यदि उनके द्वारा लक्ष्य के अनुसार वसूली का कार्य नहीं किया जाता है और उनके जोनल कार्यालय का लक्ष्य पूर्ण नहीं होता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जो कर्मचारी बेहतर कार्य करेंगे उन्हें बेहतर जिम्मेदारी सौंप जाएगी। जिन कर्मचारियों का काम निराशजनक होगा उन्हें दंडित किया जाएगा।

सभी जोनल कार्यालयों को करना होगी वसूली

इस बैठक में चालू वित्त वर्ष के बचे हुए 2 महीने की अवधि के लिए लक्ष्य का निर्धारण भी किया गया। सभी जोनल कार्यालय के क्षेत्र में मिलाकर 200 करोड रुपए का संग्रहण करने का लक्ष्य दिया गया है। इसमें कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की बकाया राशि के साथ-साथ पुरानी बकाया राशि की वसूली करने पर भी जोड़ देना है। इसके लिए हर जोनल कार्यालय का अलग-अलग लक्ष्य तय कर दिया गया है। दिए गए लक्ष्य के अनुसार हरजोनल कार्यालय को हर दिन करीब 15 लख रुपए की राशि जमा करवाना है।