प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के जवाब में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना बड़ी भूल है। साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को प्रेरणादायक और प्रभावशाली बताया। इस दौरान पीएम मोदी ने कवि नीरज की कविता भी पढ़ी, ”है बहुत अंधियारा, अब सूरज निकलना चाहिए, जिस तरह से भी हो बस ये मौसम बदलना चाहिए।”
‘पूरी पार्टी एक परिवार के लिए समर्पित’
मोदी ने गुस्से में कहा, “कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना बड़ी भूल है। यह उनकी सोच से परे है। यह उनकी राजनीति के अनुकूल नहीं है, क्योंकि पूरी पार्टी एक परिवार के लिए समर्पित है।” कांग्रेस के शासन मॉडल के बारे में बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी झूठ, भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर आधारित है।
‘यह उनकी राजनीति के अनुकूल नहीं’
मोदी ने कहा, “कांग्रेस का मॉडल सबसे पहले परिवार पर आधारित है। उन्होंने अपनी सारी ऊर्जा इसी पर लगा दी है। मौजूदा स्थिति में जातिगत नफरत भड़काने की कोशिश की जा रही है। पिछले कुछ सालों से सभी दलों के ओबीसी सांसद ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के शासन में ऐसा नहीं हुआ। क्योंकि यह उनकी राजनीति के अनुकूल नहीं था। लेकिन हमने इस आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है।”
बाबा साहब अंबेडकर पर क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम ने बाबा साहेब आंबेडकर पर कहा की अगर इतिहास पर नज़र डालें तो पता चलता है कि कांग्रेस बाबा साहब अंबेडकर से कितनी नफ़रत करती थी और उनसे कितनी नाराज़ थी। इस नाराज़गी को निकालने और उन्हें दो बार चुनाव हराने के लिए हरसंभव कोशिश की गई। बाबा साहब को कभी भारत रत्न के लायक नहीं समझा गया। हालांकि, इस देश के लोगों ने बाबा साहब की भावनाओं का सम्मान किया। लेकिन आज भी कांग्रेस को जय भीम बोलने पर मजबूर होना पड़ता है, उनके मुंह सूख जाते हैं।