महाकुंभ में 2750 CCTV से भीड़ की मॉनिटरिंग, गाड़ियों की एंट्री बंद, जाने से पहले यहां जानें पूरी जानकारी

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान अमृत स्नान के अवसरों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। शहर और मेला क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए 9 फरवरी से प्रवेश बंद कर दिया गया है, जिसमें वीवीआईपी पास भी रद्द कर दिए गए हैं। निगरानी के लिए हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं और 2,750 सीसीटीवी कैमरों से मॉनिटरिंग की जा रही है।

महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक हो रहा है, जिसमें अब तक तीन प्रमुख अमृत स्नान—मकर संक्रांति (15 जनवरी), मौनी अमावस्या (29 जनवरी), और बसंत पंचमी (3 फरवरी) संपन्न हो चुके हैं। अगला प्रमुख स्नान माघ पूर्णिमा के अवसर पर 12 फरवरी को होगा। महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, और प्रशासन द्वारा सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।

प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन ने विशेष यातायात और पार्किंग व्यवस्थाएँ लागू की हैं। 9 फरवरी से शहर और मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है। श्रद्धालुओं को अपने वाहन शहर के बाहर निर्धारित पार्किंग स्थलों पर खड़े करने होंगे, जहाँ से वे शटल बसों या पैदल घाटों तक पहुँच सकते हैं। बड़े और छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था की गई है। 

प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर वन-वे व्यवस्था लागू की गई है, जिसमें एक साइड से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे और दूसरी साइड से निकासी होगी। महाकुंभ के दौरान सोशल मीडिया पर भगदड़ से संबंधित दो फर्जी वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें गलत जानकारी फैलाई गई है। इन वीडियो में कहा गया कि “किडनी-लीवर निकालो, लाशों को नदी में प्रवाहित करो”। पुलिस ने इन सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं पर विश्वास करें।