Chhattisgarh Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में महाराष्ट्र सीमा के पास सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। इस अभियान के तहत छोटेकाकलेर और लोद्देड़ की पहाड़ियों पर स्थित नक्सलियों के अस्थायी कैंप को ध्वस्त कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें 11 महिलाएं और 20 पुरुष हार्डकोर नक्सली शामिल थे। यह अभियान सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिससे इस क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों पर बड़ा प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में महाराष्ट्र सीमा के पास सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। इस अभियान के तहत छोटेकाकलेर और लोद्देड़ की पहाड़ियों पर स्थित नक्सलियों के अस्थायी कैंप को ध्वस्त कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें 11 महिलाएं और 20 पुरुष हार्डकोर नक्सली शामिल थे। यह नक्सलियों के विरुद्ध पिछले दो वर्षों में दूसरी सबसे बड़ी सफलता है। इससे पहले, 4 अप्रैल 2024 को दंतेवाड़ा के थुलथुली में सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 38 नक्सलियों को मार गिराया था। इस ताजा अभियान से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ने की उम्मीद है और सुरक्षा बलों का मनोबल और मजबूत हुआ है।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में महाराष्ट्र सीमा के पास सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। इस अभियान के तहत छोटेकाकलेर और लोद्देड़ की पहाड़ियों पर स्थित नक्सलियों के अस्थायी कैंप को ध्वस्त कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें 11 महिलाएं और 20 पुरुष हार्डकोर नक्सली शामिल थे। यह नक्सलियों के विरुद्ध पिछले दो वर्षों में दूसरी सबसे बड़ी सफलता है। इससे पहले, 4 अप्रैल 2024 को दंतेवाड़ा के थुलथुली में सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 38 नक्सलियों को मार गिराया था। वहीं, रविवार को इस अभियान को पूरा करने के लिए फरसेगढ़, बेदरे और मद्देड की ओर से जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और बस्तर फाइटर के लगभग एक हजार जवान शनिवार को निकले थे। जवानों ने पूरी रात पैदल चलते हुए जंगल के भीतर करीब 50 किलोमीटर अंदर घुसकर यह अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ने की उम्मीद है और सुरक्षा बलों का मनोबल और अधिक मजबूत हुआ है।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में महाराष्ट्र सीमा के पास सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। इस अभियान के तहत छोटेकाकलेर और लोद्देड़ की पहाड़ियों पर स्थित नक्सलियों के अस्थायी कैंप को ध्वस्त कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें 11 महिलाएं और 20 पुरुष हार्डकोर नक्सली शामिल थे। यह नक्सलियों के विरुद्ध पिछले दो वर्षों में दूसरी सबसे बड़ी सफलता है। इससे पहले, 4 अप्रैल 2024 को दंतेवाड़ा के थुलथुली में सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 38 नक्सलियों को मार गिराया था।
वहीं, रविवार को इस अभियान को पूरा करने के लिए फरसेगढ़, बेदरे और मद्देड की ओर से जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और बस्तर फाइटर के लगभग एक हजार जवान शनिवार को निकले थे। जवानों ने पूरी रात पैदल चलते हुए जंगल के भीतर करीब 50 किलोमीटर अंदर घुसकर यह अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया। मुठभेड़ स्थल फरसेगढ़ से लगभग 40 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी पर था, जहां जवानों ने चारों ओर से घेराबंदी कर नक्सलियों को भागने का कोई अवसर नहीं दिया। इस अभियान में डीआरजी के जवान नरेश ध्रुव और स्पेशल टास्क फोर्स के जवान वसित रावटे वीरगति को प्राप्त हुए। हालांकि, जवानों का मनोबल नहीं टूटा और वे लगातार प्रहार करते हुए एक के बाद एक नक्सलियों को ढेर करते गए। अभियान के दौरान वायुसेना ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और हेलीकॉप्टर के माध्यम से घायल एवं बलिदानी जवानों को सफलतापूर्वक बाहर निकाला। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर बड़ा प्रभाव पड़ा है और सुरक्षा बलों की मजबूत रणनीति एक बार फिर साबित हुई है।