Pariksha Pe Charcha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “परीक्षा पे चर्चा 2025” के तहत छात्रों से सीधा संवाद किया। यह इस पहल का आठवां संस्करण है, जिसमें प्रधानमंत्री ने छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से परीक्षा की तैयारी, तनाव प्रबंधन और व्यक्तिगत विकास पर चर्चा की। उन्होंने छात्रों को आत्मविश्वास बनाए रखने, सकारात्मक सोच रखने और परीक्षा को एक उत्सव की तरह लेने की सलाह दी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए और उनके साथ प्रेरणादायक बातचीत की।
कार्यक्रम में देशभर से 36 छात्र सीधे प्रधानमंत्री से संवाद कर उनके मार्गदर्शन का लाभ उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को परीक्षा के तनाव को कम करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी और शिक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ भी छात्रों को मार्गदर्शन दे रहे हैं, जिससे वे अपने अकादमिक और व्यक्तिगत विकास को बेहतर बना सकें।
इस वर्ष के विशेष संस्करण में सद्गुरु, मैरी कॉम, दीपिका पादुकोण, अवनि लेखरा, रुजुता दिवेकर, विक्रांत मैसी, भूमि पेडनेकर और टेक्निकल गुरुजी जैसी जानी-मानी हस्तियां भी शामिल हो रही हैं। ये सभी विशेषज्ञ और प्रेरणादायक व्यक्तित्व छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा कर रहे हैं, जिससे वे परीक्षा के तनाव को दूर करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और अपने करियर को सही दिशा देने के लिए प्रेरित हो सकें।
इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त रहने और पढ़ाई में रुचि बनाए रखने के सुझाव दिए। उन्होंने विद्यार्थियों को “किताबी कीड़ा” न बनने की सलाह देते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों में भी रुचि लें। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सीखना केवल अंकों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि व्यक्तिगत विकास और नई चीजों को समझने का जरिया भी होना चाहिए।
पीएम मोदी ने छात्रों को अपनी रुचियों के अनुसार आगे बढ़ने और जीवन में संतुलन बनाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से प्रकृति की रक्षा करने और उससे प्रेम करने की अपील की। साथ ही, उन्होंने छात्रों को “मां के नाम एक पौधा” लगाने और उसकी देखभाल करने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने पौधों को लगाने और उनकी सिंचाई के लिए पुरानी घड़ा तकनीक के बारे में भी बताया, जिससे पानी की बचत के साथ-साथ पौधों को पर्याप्त नमी मिलती है।
छात्रों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि असफलता अंत नहीं होती, बल्कि यह सीखने और आगे बढ़ने का एक अवसर है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “अगर कोई छात्र परीक्षा में असफल हो जाता है, तो उसका जीवन नहीं रुकता। उसे यह तय करना होगा कि वह जीवन में सफल होना चाहता है या सिर्फ किताबों में।” उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी असफलताओं से सीख लेकर आगे बढ़ने की सलाह दी।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने तकनीक के युग में जन्म लेने को छात्रों के लिए सौभाग्य बताया और कहा कि हमें टेक्नोलॉजी को समझने और इसका अधिकतम उपयोग करने का हुनर विकसित करना चाहिए ताकि हम अपने जीवन और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।