माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (MCRPV) को आखिरकार नया कुलगुरु मिल ही गया है। मध्यप्रदेश शासन के जनसंपर्क विभाग ने मंगलवार देर शाम विश्वविद्यालय के लिए कुलगुरु की नियुक्ति का आदेश जारी किया। इस महत्वपूर्ण पद के लिए विजय मनोहर तिवारी का नाम तय किया गया है, जिन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में 25 वर्षों का मजबूत अनुभव प्राप्त है। उनका कार्यकाल चार साल का रहेगा, और उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय को नई दिशा और ऊँचाइयों की उम्मीद है।
कुलगुरु के पद पर तिवारी की नियुक्ति
कुछ महीनों से विश्वविद्यालय के कुलगुरु का पद खाली पड़ा था, जिसके बाद यह चर्चा का विषय बन गया था कि किसे इस प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त किया जाएगा। विभिन्न वरिष्ठ और योग्य व्यक्तियों के नाम इस रेस में थे, लेकिन अंततः विजय मनोहर तिवारी के नाम पर मुहर लगी। तिवारी का जुड़ाव पत्रकारिता और शिक्षा के क्षेत्र में गहरा रहा है, और उनकी नियुक्ति से उम्मीद जताई जा रही है कि विश्वविद्यालय में न केवल शिक्षा का स्तर ऊँचा होगा, बल्कि पत्रकारिता के क्षेत्र में नए और नवाचारी पहल होंगे।
विजय मनोहर तिवारी ने पहले सूचना आयुक्त के रूप में भी कार्य किया है, और पत्रकारिता की दुनिया में उनका नाम काफी सम्मानजनक है। उनके पास न केवल सूचना तकनीक और प्रशासन के क्षेत्र में अनुभव है, बल्कि वे मीडिया और पत्रकारिता से जुड़े कई अहम पहलुओं पर गहरी समझ रखते हैं।
उनकी नियुक्ति से विश्वविद्यालय में शिक्षा का स्तर और सशक्त होने की उम्मीद जताई जा रही है। विश्वविद्यालय के छात्र और शिक्षक इस बदलाव से उत्साहित हैं और उन्हें विश्वास है कि तिवारी के मार्गदर्शन में माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय न केवल पत्रकारिता बल्कि पूरे शिक्षा क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल करेगा।
विजय मनोहर तिवारी की नियुक्ति के बाद माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के विकास के लिए कई योजनाओं की उम्मीदें हैं। पत्रकारिता और संचार क्षेत्र में नये पाठ्यक्रम, शोध परियोजनाओं और इंटरनैशनल एक्सचेंज प्रोग्राम्स की शुरुआत की जा सकती है, जो छात्रों को वैश्विक स्तर पर तैयार कर सकें। इसके अलावा, तिवारी के नेतृत्व में विश्वविद्यालय में मीडिया के नए रूप और डिजिटलीकरण की दिशा में भी काम होने की संभावना जताई जा रही है।