विपिन नीमा, इंदौर
प्रदेश की समृध्दि और युवाओं की तरक्की के लिए मध्य प्रदेश सरकार 24 और 25 फरवरी को राजधानी भोपाल में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्ट समिट ( GIS ) की तैयारियों में जोरों से जुटी हुई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में हो रहे इस दो दिवसीय आयोजन में देश की बड़े बड़े उद्योगघरानों की हस्तियां शिरकत करेंगी।
GIS मेगा इवेंट में सुरक्षा से सुविधा तक सभी इंतजाम
ग्लोबल इन्वेस्ट समिट ( GIS ) के इस आयोजन के पीछे मध्य प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य में निवेश को बढ़ावा देना और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करना है। ऐसी पूरी संभावना नजर आ रही है की इस बार मप्र में निवेशकों की जमकर बारिश होगी। इस मेगा इवेंट में सरकार किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ रही है। सुरक्षा से लेकर सुविधाओं तक सारे इंतजाम किए जा रहे हैं। ताकि देश के दिल में आने वाले मेहमानों के खातेदारी में कहीं कोई कमी न हो। अधिक से अधिक प्रदेश में निवेश हो इसको लेकर सरकार ने देश-विदेश के दिग्गज कारोबारियों को न्योता दिया है। खास बात ये है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में राज्य के प्रमुख 6 सेक्टर्स पर केंद्रित समिट के आयोजन की महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर आएंगे।
इन सेक्टर्स पर सबकी नजर
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट पर जिन छह सेक्टर्स पर बड़े निवेश की संभावना है, उस पर सबकी नजरे हैं. इन सेक्टर्स से जुड़े लोगों का सकारात्मक रूख है। वो छह सेक्टर्स हैं शहरी विकास, पर्यटन, माइनिंग, रिन्यूएबल एनर्जी, आईटी और एमएसएमई. इसके अलावा एमपी कई क्षेत्रों में वैश्विक दुनिया के लिए तेजी से उभरता हुआ प्रदेश है. डायमंड प्रोड्यूसिंग स्टेट के साथ कई खूबियां एमपी को अलग बनाती हैं। वहीं, बीजेपी सरकार की पहल पर प्रदेश ग्रीन एनर्जी हब, विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र और उभरते हुए टेक्नोलॉजी हब के रूप में भी अपनी पहचान बना रहा है।
56 दुकान व्यापारी एसोसिएशन ने दिया न्यौता
इंदौर ग्लोबल इन्वेस्टर समिट भले राजधानी भोपाल में हो रही हो लेकिन समिट से जुड़ी परिवहन और अन्य व्यवस्थाएं इंदौर में जुटाई जा रही हैं। ऐसे में कई उद्योगपति इंदौर होकर भोपाल पहुंचेंगे। लिहाजा इन तमाम उद्योगपतियों को इंदौर से गुजरते हुए 56 दुकान रुककर इंदौरी व्यंजन और जायके का स्वाद लेने की गुहार लगाई जा रही है. माना जा रहा है कि समिट के बाद कुछ उद्योगपति इंदौर के रास्ते उज्जैन भी जा सकते हैं, लिहाजा उनके आगमन पर तरह-तरह के फूड परोसने की भी पेशकश की जा रही है।
ये हस्तियां शिरकत करेंगी समिट में
राजधानी भोपाल में 24 और 25 फरवरी को होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए देश और दुनिया के ख्यात उद्योगपति भोपाल पहुंच रहे हैं। इनमें मुकेश अंबानी और गौतम अडानी, अनंत अंबानी, शांतनु नायडू और नवीन तहलियानी टाटा ग्रुप के चेयरमैन केएन चंद्रशेखरन, विप्रो के अजीम प्रेमजी, महिंद्रा के आनंद महिंद्रा, एयरटेल के सुनील भारती मित्तल, अनिल अंबानी, एयरटेल के सुनील भारती मित्तल समेत अन्य नाम भी शामिल हैं। कई उद्योगपति गुजरात से इंदौर के रास्ते भोपाल पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान उनके प्राइवेट जेट इंदौर एयरपोर्ट पर हाल्ट करेंगे। ऐसे में दुनिया भर को तरह-तरह के फूड के स्वाद से रूबरू कराने वाले 56 दुकान व्यापारी एसोसिएशन ने इन तमाम उद्योगपतियों से एक बार 56 दुकान आने का न्यौता दिया है।
आईडीए ने सुपर कॉरिडोर पर 28 प्लाट भी निकाले
इस बार राज्य सरकार के द्वारा निर्देशित किए जाने के कारण इंदौर विकास प्राधिकरण के द्वारा भी इन्वेस्टर समिट की तैयारी की जा रही है। प्राधिकरण की ओर से निवेशकों को निवेश करने के लिए बेहतर प्रस्ताव इस समिट में दिए जाएंगे। इसके लिए इन दोनों प्राधिकरण में तेज गति के साथ तैयारी का कार्य चल रहा है। प्राधिकरण की ओर से एक तरफ जहां मध्य प्रदेश के पहले अपने आप में अनूठे पहले स्टार्टअप पार्क का निर्माण करने के लिए निवेशकों की रुचि वाला प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। वहीं दूसरी तरफ अब प्राधिकरण के द्वारा सुपर कॉरिडोर पर 28 प्लाट भी निकाले गए हैं। यह प्लाट सुपर कॉरिडोर भूमि उपयोग के हैं जिस पर की व्यावसायिक से लेकर आवासीय तक कई तरह के उपयोग वाले निर्माण किये जा सकते हैं। इन सभी प्लाट का क्षेत्रफल कुल 49 हेक्टेयर है। प्राधिकरण की ओर से इन प्लाट की न्यूनतम कीमत भी निर्धारित कर दी गई है। इन प्लाट को लेकर यदि कोई निवेशक निवेश करना चाहेगा तो इनके माध्यम से ही 11000 करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त हो सकता है।
पिछले 15 सालों में कितना निवेश हुआ एक नजर…
2007 – इंदौर
- एमओयू साइन हुए – 102
- निवेश प्रस्ताव – 1.20 लाख करोड़
- जमीन पर उतरे – 17,311 करोड़
- रोजगार की संख्या – 49750
2010 – इंदौर
- एमओयू साइन हुए – 109
- निवेश प्रस्ताव – 2.35 लाख करोड़
- जमीन पर उतरे – 26,879 करोड़
- रोजगार की संख्या – 25,000
2012
- एमओयू साइन हुए – 425
- निवेश प्रस्ताव – 3.50 लाख करोड़
- जमीन पर उतरे – 26,054 करोड़
- रोजगार की संख्या – 31530
2014
- एमओयू साइन हुए – 3160
- निवेश प्रस्ताव – 4.35 लाख करोड़
- जमीन पर उतरे – 49272 करोड़
- रोजगार की संख्या – 38750
2016
- एमओयू साइन हुए – 2635
- निवेश प्रस्ताव – 5.63 लाख करोड़
- जमीन पर उतरे – 32597 करोड़
- रोजगार की संख्या – 92700
पिछले पांच समिट की कुल स्थिति: एमओयू साइन हुए 6431…
- निवेश प्रस्ताव – 17.03 लाख करोड़
- जमीन पर उतरे – 1,52,113 करोड़
- रोजगार की संख्या – 2, 37,730
प्रवासियों को भी जोड़ा जाएगा
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में निवेश के जरिए सरकार मध्यप्रदेश प्रवासी भारतीयों को भी जोडऩे का प्रयास करेगी। प्रदेश के ऐसे कई दिग्गज कारोबारी हैं, जो विदेशों में अपना कारोबार कर रहे हैं। उन्हें खुद के गृह राज्य में निवेश का सरकार ने न्योता दिया है। इस कदम से न सिर्फ निवेश बढ़ेगा बल्कि युवाओं के लिए तरक्की के नए द्वार भी खुलेंगे।