खुद को भगवान मानने वाले asaram को आधा दर्जन बीमारियों ने घेरा

स्वतंत्र समय, इंदौर

दुष्कर्म के आरोपी, उम्रकैद सजायाफ्ता और खुद को भगवान मानने वाले आसाराम ( asaram ) उर्फ असुमल हरपलानी को आधा दर्जन से ज्यादा बीमारियों ने अपनी गिरफ्त में ले रखा है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

asaram को इंदौर के अस्पताल में लाया गया

तबीयत बिगडऩे पर बुधवार को इंदौर के सुपर स्पेशलिटी हास्पीटल में जब आसाराम ( asaram ) को लाया गया तो उसकी हालत इतनी खराब थी कि ठीक से चल भी नहीं पा रहा था। व्हीलचेयर से उसे ओपीडी में लाया गया और यहां पर 5 डाक्टरों की टीम ने उसका चेकअप किया। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुमित शुक्ला ने बताया कि दोपहर में 12.15 बजे आसाराम को उनके अनुयायी लेकर आए और लगभग 45 मिनट तक उसका परीक्षण किया गया। दोपहर 1 बजे वह वापस चले गये।

इन डॉक्टरों ने किया चेकअप

डॉ. शुक्ला ने बताया कि आसाराम के चेकअप के लिए एमवाय अस्पताल के डॉ. अशोक ठाकुर को कोऑर्डिनेटर बनाया गया था। इन्हीं की निगरानी में नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉ. शिवशंकर शर्मा, कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. महेंद्र चौरसिया, न्यूरो विभाग की डॉ. मोनिका पोरवाल, एंडोक्राइन विभाग के डॉ. वर्मा और यूटरो विभाग के डॉ. वैभव श्रीवास्तव ने चेकअप किया।

आधा दर्जन से ज्यादा बीमारियां

डॉ. ठाकुर ने बताया कि आसाराम की हालत काफी नाजुक है। उसकी उम्र लगभग 86 वर्ष है और इतनी ज्यादा उम्र के साथ उसे लगभग आधा दर्जन से ज्यादा बीमारियों ने घेरा हुआ है। उनके साथ आए अनुयायी आसाराम के इलाज से संबंधित एक मोटी फाइल लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि आसाराम की जो हालत थी उसके मुताबिक उसे तनाव रहित वातावरण में रहने की सलाह डॉक्टरों द्वारा दी गई है। साथ ही उसे अब पूरी तरह से डॉक्टरों की निगरानी में ही रखने की सलाह भी दी गई है। जो जांचें अनुयायियों को लिखकर दी हैं उन्हें करवाने के बाद रिपोर्ट को दिखाने का कहा गया है।