केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने जोगीघोपा में IWT टर्मिनल राष्ट्र को समर्पित किया

केंद्रीय बंदरगाह, पोत एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज जोगीघोपा में अंतर्देशीय जलमार्ग टर्मिनल ( IWT) को राष्ट्र को समर्पित किया। इस टर्मिनल का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2021 में किया था। यह टर्मिनल रणनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है और यह भारत, भूटान और बांग्लादेश के बीच त्रिपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देगा।

सर्बानंद सोनोवाल ने उद्घाटन समारोह में कहा, “आज जोगीघोपा में आईडब्ल्यूटी टर्मिनल के राष्ट्र को समर्पित होने से भारत के जलमार्ग परिवहन क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव आएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, जलमार्ग परिवहन के माध्यम से भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने यह भी कहा कि जोगीघोपा टर्मिनल पूर्वी भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के लिए गेम चेंजर साबित होगा और यह क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देगा।

जोगीघोपा आईडब्ल्यूटी टर्मिनल का निर्माण ₹82 करोड़ से अधिक की लागत से किया गया है, जिसमें एक आरसीसी जेटी और इलेक्ट्रिक लेवल लफिंग (ईएलएल) क्रेन जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इस टर्मिनल के उद्घाटन में भूटान के उद्योग, वाणिज्य और रोजगार मंत्री ल्योन्पो नामग्याल दोरजी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

इस टर्मिनल के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और यह भूटान और बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा। 2027 तक इस टर्मिनल से लगभग 1.1 मिलियन टन प्रति वर्ष कार्गो हैंडलिंग का अनुमान है।

मुख्य बिंदु:

  • जोगीघोपा टर्मिनल का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने किया।
  • यह टर्मिनल भारत, भूटान और बांग्लादेश के बीच व्यापार को बढ़ावा देगा।
  • निर्माण में ₹82 करोड़ की लागत, और इसमें इलेक्ट्रिक लेवल लफिंग क्रेन जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
  • 2027 तक इस टर्मिनल से 1.1 मिलियन टन प्रति वर्ष कार्गो हैंडलिंग की संभावना।

इस परियोजना के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ की दृष्टि को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जाएगा।