Ujjain Mahakal Darshan: VIP तोड़ रहे महाकाल मंदिर के सारे नियम, बेटी को गर्भगृह में कराया प्रवेश, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप

Ujjain Mahakal Darshan: उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार की तमाम कोशिशें नाकाम होती नजर आ रही हैं। बुधवार को एक वीआईपी श्रद्धालु ने नियमों का उल्लंघन करते हुए गर्भगृह की दहलीज से अपनी बेटी को अंदर भेज दिया और खुद बाहर खड़े होकर उसकी वीडियोग्राफी करता रहा। इस घटना ने मंदिर प्रशासन की सुरक्षा और अनुशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

गुरुवार को घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अफसरों को इसकी जानकारी मिली, जिससे मंदिर प्रशासन में हड़कंप मच गया। खास बात यह है कि एक दिन पहले ही कलेक्टर ने व्यवस्था में सुधार के लिए अधिकारियों की पूरी टीम को मंदिर में तैनात किया था। अब वीडियो के आधार पर मंदिर समिति संबंधित व्यक्ति की पहचान करने में जुटी है।

महाकाल मंदिर में गर्भगृह की दहलीज से लागू वीआईपी दर्शन व्यवस्था लगातार विवादों में बनी हुई है। वीआईपी श्रद्धालु दर्शन के बाद दहलीज पर रुककर भगवान के साथ फोटो और वीडियोग्राफी करने लगते हैं, जिससे मंदिर की गरिमा और अनुशासन प्रभावित हो रहा है। कुछ लोग नियमों का उल्लंघन कर दहलीज लांघकर गर्भगृह में भी प्रवेश कर जाते हैं। कुछ समय पहले एक युवक गर्भगृह में घुसकर भगवान को स्पर्श तक कर चुका था, जिसे पुजारियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। बावजूद इसके, मंदिर प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया और वीआईपी दर्शन व्यवस्था निर्बाध रूप से जारी रही। बुधवार को एक बार फिर एक वीआईपी ने अपनी संतान को गर्भगृह में भेज दिया और खुद वीडियोग्राफी करता रहा, जिससे मंदिर की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं।

महाकाल मंदिर में गर्भगृह की दहलीज से दर्शन की व्यवस्था राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण जारी है, जिससे राजनेताओं के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी भी लाभ उठा रहे हैं। इस विशेष सुविधा के चलते आम भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वीआईपी दर्शन के चलते मंदिर की अनुशासन व्यवस्था प्रभावित हो रही है। प्रशासन की अनदेखी के कारण यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं में नाराजगी देखी जा रही है।

महाकाल मंदिर में गर्भगृह की दहलीज से वीडियो और फोटोग्राफी करने के कारण आम श्रद्धालुओं के दर्शन बाधित हो रहे हैं। जो भक्त दो घंटे तक लाइन में लगकर और तीन किलोमीटर पैदल चलकर गणेश मंडपम तक पहुंचते हैं, वे 50 फीट दूर से भी भगवान के ठीक से दर्शन नहीं कर पाते।

वीआईपी नहीं करते नियमों का पालन

वीआईपी श्रद्धालुओं को रोकने में असफल प्रशासन ने गर्भगृह और नंदी हॉल में वीडियोग्राफी पर रोक लगाने के लिए जलद्वार पर मोबाइल लॉकर स्थापित कराया था। लेकिन वीआईपी न तो नियमों का पालन करते हैं और न ही प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था में तैनात कर्मचारी उन्हें नियमों की जानकारी देते हैं। इसके कारण मंदिर की व्यवस्था लगातार प्रभावित हो रही है।

संबंधित की पहचान की जा रही

गर्भगृह में एक बच्चे को अनधिकृत रूप से प्रवेश कराने और वीडियोग्राफी करने का वीडियो वायरल हुआ है। इस पर मंदिर प्रशासन जांच कर रहा है। महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के अनुसार, वीडियो फुटेज के आधार पर व्यक्ति की पहचान की जा रही है और पहचान होने के बाद उचित कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।