अर्जुन राठौर
इंदौर की राजनीति में अगर किसी का नाम सम्मान और प्रभाव के साथ लिया जाता है, तो वे है पूर्व मंत्री सुरेश सेठ। वे न केवल कांग्रेस पार्टी के एक मजबूत स्तंभ थे, बल्कि अपनी स्पष्टवादिता, जनसेवा और निर्भीक नेतृत्व के लिए भी जाने जाते थे। उनका राजनीतिक जीवन संघर्ष, ईमानदारी और समाज सेवा का प्रतीक रहा है।
सुरेश सेठ का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। वे बचपन से ही समाजसेवा और जनहित के कार्यों में रुचि रखते थे। उनकी शिक्षा-दीक्षा भी इंदौर में ही हुई, और यहीं से उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की। प्रारंभ से ही वे कांग्रेस से जुड़े और पार्टी के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विपरीत परिस्थितियों में भी अपने सिद्धांतों पर अडिग रहे। उनके इसी जुझारूपन और संघर्षशीलता ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया।
इंदौर की राजनीति में योगदान
सुरेश सेठ इंदौर नगर निगम के मेयर भी रहे, जहां उन्होंने कई विकास कार्यों को गति दी। बाद में वे कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए और अपनी प्रभावशाली नेतृत्व क्षमता के कारण मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री पद तक पहुंचे।
उनके कार्यकाल में इंदौर के विकास को नई दिशा मिली। उन्होंने नगर नियोजन, स्वच्छता अभियान और सड़कों के सुधार पर विशेष ध्यान दिया। उन्हें जनता के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाने और प्रशासन को जवाबदेह बनाने के लिए जाना जाता था। उनकी नीतियाँ और निर्णय हमेशा जनहित में होते थे।
सुरेश सेठ अपने बेबाक और निर्भीक स्वभाव के लिए प्रसिद्ध थे। वे हमेशा सत्य बोलने और अन्याय के खिलाफ खड़े होने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने राजनीति को कभी स्वार्थ के लिए नहीं अपनाया, बल्कि इसे जनसेवा का माध्यम माना।
उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे आम जनता से सीधे जुड़े रहते थे। लोग बिना किसी झिझक के अपनी समस्याएँ उनके पास लेकर आते थे, और वे त्वरित समाधान का प्रयास करते थे| सुरेश सेठ का निधन इंदौर के लिए एक बड़ी क्षति थी। उनके जाने से इंदौर ने एक सच्चा जननेता खो दिया, जिसकी भरपाई मुश्किल है। हालाँकि, उनकी विचारधारा, संघर्ष और योगदान हमेशा लोगों की स्मृतियों में जीवित रहेंगे।
आज भी इंदौर की जनता उन्हें सम्मान के साथ याद करती है। उनके द्वारा किए गए विकास कार्य और जनहित की नीतियाँ लोगों को प्रेरित करती हैं। वे न केवल बल्कि समूचे मध्यप्रदेश की
राजनीति के एक अनमोल रत्न थे। पूर्व मंत्री सुरेश सेठ ने अपने जीवन में संघर्ष, ईमानदारी और समर्पण की जो मिसाल पेश की, वह राजनीति में आने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा बनी रहेगी। उन्होंने दिखाया कि राजनीति केवल सत्ता प्राप्ति का साधन नहीं, बल्कि जनसेवा का एक महत्वपूर्ण मार्ग है। उनकी छवि एक सच्चे जननेता की थी, जो सदा इंदौर की जनता के दिलों में जीवित रहेगी।