यशवंत क्लब द्वारा शासकीय भूमि का आवंटन, हेराफेरी करके लगभग 6 एकड़ भूमि का टैक्स चोरी करने के ख़िलाफ़ शिकायत पर मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान

उल्लेखनीय विषय यह है कि यशवंत क्लब द्वारा पिछले 50 वर्षों से नगर निगम इंदौर के संपत्ति कर में हेराफेरी की जा रही है। क्लब द्वारा वास्तविक भूमि क्षेत्रफल से कम दिखाकर संपत्ति कर की चोरी की जा रही है, जिससे सरकार को अनुमानित रूप से 15 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। इस मामले में कई बार शिकायत दर्ज कराने के बावजूद भी मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। अतः इस गंभीर वित्तीय अनियमितता पर त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है।

**विषय:** यशवंत क्लब, इंदौर द्वारा संपत्ति कर चोरी एवं लीज़ निरस्तीकरण हेतु कार्यवाही का निवेदन

**माननीय संबंधित अधिकारी जी,**

विस्तृत जानकारी एवं आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न हैं। कृपया संज्ञान लेकर आवश्यक कार्यवाही करें।

**संदर्भ:**
यशवंत क्लब, इंदौर को शासकीय भूमि मात्र ₹6/- प्रतिमाह की लीज़ पर आवंटित की गई थी। परंतु, क्लब के अध्यक्ष, सचिव, पूर्व अध्यक्ष एवं समस्त पदाधिकारियों द्वारा सुनियोजित षड्यंत्र के तहत इंदौर नगर निगम को 15 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी संपत्ति कर में की गई है। पिछले 50 वर्षों से यह कर चोरी जारी है, जिससे नगर निगम को भारी आर्थिक हानि हो रही है। इस संदर्भ में शिकायत करने के बावजूद मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया है।

**मुख्य बिंदु:**
1. **संपत्ति कर चोरी:**
– राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार कुल भूमि: **6.0590 हेक्टेयर (लगभग 14.965 एकड़)**।
– नगर निगम रिकॉर्ड में दर्ज भूमि: **3.692 हेक्टेयर (लगभग 9.12 एकड़)**।
– वास्तविक रूप से उपयोग की जा रही भूमि: **6.109 हेक्टेयर (लगभग 15.09 एकड़)**।
– नगर निगम के रिकॉर्ड में 2.41 हेक्टेयर (लगभग 5.97 एकड़) भूमि छुपाई गई, जिसका संपत्ति कर बीते 50 वर्षों से जमा नहीं किया जा रहा है।
– अनुमानित कर हेराफेरी: **₹12 से 15 करोड़**।

2. **वित्तीय घोटाला एवं कर चोरी:**
– षड्यंत्रपूर्वक नगर निगम की टैक्स राशि की चोरी कर इंदौर के विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न की गई है।
– सरकार को तत्काल यशवंत क्लब को **सील कर संपत्ति कर की वसूली हेतु अध्यक्ष, सचिव एवं पूर्व अध्यक्ष की निजी संपत्तियों को ज़ब्त करने की कार्यवाही करनी चाहिए**।

3. **यशवंत क्लब की खेल गतिविधियों में गिरावट:**
– पहले यह एक क्रिकेट क्लब था, परंतु बीते **30 वर्षों में न कोई क्रिकेट टीम रही है, न ही किसी खिलाड़ी का जिला स्तर पर चयन हुआ**।
– क्लब का **आईडीसीए (Indore Division Cricket Association) में पंजीकरण भी समाप्त हो चुका है**।

4. **संविधान एवं सामाजिक न्याय का उल्लंघन:**
– क्लब के नियमों में बदलाव न कर संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है।
– **ओबीसी, एससी, एसटी एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को सदस्यता से वंचित रखा जाता है**।
– जबकि क्लब शासकीय भूमि पर निर्मित है, अतः सभी वर्गों को समान अधिकार मिलना चाहिए।

**मांगें:**
1. **यशवंत क्लब की लीज़ तत्काल निरस्त कर संपत्ति को सरकार द्वारा अधिग्रहित किया जाए**।
2. **नगर निगम को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई हेतु अध्यक्ष, सचिव एवं पूर्व अध्यक्ष की निजी संपत्तियों को ज़ब्त कर वसूली की जाए**।
3. **यशवंत क्लब परिसर को सील कर, वहाँ रिसीवर नियुक्त किया जाए**।
4. **बीएनएस की धारा 318(4), 61, 303, 152 के तहत क्लब के पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया जाए**।

कृपया शीघ्र संज्ञान लें एवं आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।

**संलग्नक:**
1. भूमि एवं संपत्ति कर रिकॉर्ड।
2. यशवंत क्लब की वर्तमान स्थिति के प्रमाण।
3. अन्य आवश्यक दस्तावेज़।