GIS 2025 MP: जापान से मध्य प्रदेश में निवेश की नई राहें खुलेंगी, भोपाल में हुआ विशेष क्रॉस कंट्री सेशन

GIS 2025 MP: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में जापान को पार्टनर कंट्री के रूप में शामिल किया गया है, जिसका उद्देश्य मध्य प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देना और दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत करना है। इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण क्रॉस कंट्री सेशन भोपाल में आयोजित किया गया, जिसमें जापान और मध्य प्रदेश के उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधियों ने अपनी राय साझा की।

निवेश और साझेदारी के नए अवसर

सेशन के दौरान जापानी प्रतिनिधियों ने मध्य प्रदेश में ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स और नवकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि राज्य में जापानी कंपनियों के लिए अनेक नए व्यापारिक और औद्योगिक अवसर उपलब्ध हैं। जापान और भारत के रिश्ते इतिहास में बहुत मजबूत रहे हैं, और हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आई है।

जापान की कंपनियों के लिए अनुकूल वातावरण

कॉन्सुलेट जनरल यागी कोजी ने मध्य प्रदेश सरकार की निवेश-अनुकूल नीतियों की सराहना करते हुए राज्य के उद्योगों के लिए उपयुक्त वातावरण की बात की। जेट्रो के डायरेक्टर जनरल हीरोयुकी कितामारु ने मध्य प्रदेश की औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर की प्रशंसा की और बताया कि जापान की कई प्रमुख कंपनियां पहले ही भारत में काम कर रही हैं और वे अपने व्यवसाय को राज्य में बढ़ाने की योजना बना रही हैं।

ब्रिजस्टोन इंडिया का उदाहरण

ब्रिजस्टोन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर हिरोशी योशीजाने ने सेशन के दौरान बताया कि उनकी कंपनी पहले से ही मध्य प्रदेश में स्थापित है और यहां के कुशल श्रमिकों, सुविधाओं और व्यापार अनुकूल नीतियों को लेकर उनकी सकारात्मक राय है। उन्होंने कहा कि जापान की कंपनियां यहां मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के लिए निवेश करना चाहती हैं।

निवेश को आकर्षित करने के लिए सहयोग

इस सेशन में जापानी और भारतीय प्रतिनिधियों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने, जापानी निवेशकों को मध्य प्रदेश में आकर्षित करने और औद्योगिक साझेदारी को बढ़ावा देने पर भी चर्चा हुई। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का यह विशेष सेशन दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।