स्वतंत्र समय, इंदौर
भोपाल के बाद अब इंदौर में भी राज्य शासन के निर्देश और कोर्ट के आदेश के अनुरूप बीआरटीएस ( BRTS ) को उखाड़ने का काम शुरु कर दिया गया है। बीती रात नगर निगम ने जीपीओ चौराहे से बीआरटीएस को तोड़ने का काम शुरू किया है। अब तोडऩे का सिलसिला धीरे धीरे जारी रहेगा।
समिति ने कोर्ट में कहा, BRTS खो चुका अपनी उपयोगिता
हालांकि, इस काम की बेहद धीमी गति से शुरूआत हुई। निगम का कोई वरिष्ठ अधिकारी इस काम को देखने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा। 12 साल पुराने इंदौर बीआरटीएस ( BRTS ) को तोडऩे को लेकर हाईकोर्ट में चल रही दो जनहित याचिकाओं में गुरुवार को सुनवाई हुई। वर्तमान परिस्थितियों में बीआरटीएस की उपयोगिता और व्यावहारिकता जांचने के लिए बनाई गई। पांच सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट अदालत के सामने रखी। इसमें कहा गया कि इंदौर का बीआरटीएस वर्तमान परिस्थिति में अपनी उपयोगिता खो चुका है। बताया गया है की इंदौर का बीआरटीएस अहमदाबाद के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ माना जाता था। अब आई बसे कॉरिडोर से बाहर होकर मिक्स लेन में दौड़ेगी।
8 प्रमुख जंक्शनों पर नगर निगम अब ब्रिज बनाना चाहता है
उल्लेखनीय है की तीन माह पहले इंदौर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बीआरटीएस को हटाने की घोषणा कर हाईकोर्ट में इस बारे में पक्ष रखने की बात कही थी। भोपाल का बीआरटीएस हटाया जा चुका है। इंदौर के पुराने एबी रोड पर बने 11.54 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस के 8 प्रमुख जंक्शनों पर नगर निगम अब ब्रिज बनाना चाहता है। इसके लिए बीआरटीएस हटाने का फैसला लिया गया। हाईकोर्ट में बीआरटीएस हटाने के लिए याचिका लगी थी, लेकिन बीते कई वर्षों से नगर निगम बीआरटीएस की उपयोगिता बताते हुए अपना पक्ष रखता आ रहा था, लेकिन मुख्यमंत्री मोहन यादव की घोषणा के बाद नगर निगम ने खुद हाईकोर्ट के समक्ष कहा कि सरकार बीआरटीएस हटाना चाहता है।
शहरवासी सोच रहे थे बीआरटीएस कब हटेगा
शासन के द्वारा इंदौर का बीआरटीएस हटाने की जब से घोषणा की गई थी तब से शहर के नागरिकों को इस बात का इंतजार था कि यह बीआरटीएस कब हटेगा। उस समय पर निगम की ओर से यह बताया नया कि अभी यह मामला न्यायालय में चल रहा है और जब तक न्यायालय से मंजूरी नहीं मिल जाएगी तब तक बीआरटीएस नहीं हटाया जाएगा। गुरुवार को न्यायालय की ओर से भी बीआरटीएस हटाने के शासन के प्रस्ताव को स्वीकार लिया गया। इसके बाद से तो इस बीआरटीएस के हटाने को लेकर शहर के नागरिकों की जिज्ञासा बढ़ गई थी। इस जिज्ञासा के बीच में महापौर पुष्यमित्र भार्गव के द्वारा शुक्रवार को ही यह घोषणा कर दी गई कि रात से ही बीआरटीएस हटाने का काम एक साथ दो स्थानों से शुरू कर दिया जाएगा। महापौर ने कहा था कि जीपीओ चौराहा और नौलखा चौराहा से एक साथ इस बीआरटीएस को हटाया जाएगा।