स्वच्छता सर्वेक्षण, सफाई परीक्षा, नगर निगम
विपिन नीमा, इंदौर
देश में इस बार कौन सा शहर सबसे साफ सुथरा रहेगा इसके लिए भारत सरकार के सबसे बड़े अभियान स्वच्छता सर्वेक्षण ( svachchhata sarvekshan) की शुरुआत हो गई है। स्वच्छता के नए प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए इस बार इंदौर नगर निगम सफाई से जुड़े प्रत्येक मुद्दे पर काम कर रहा है।
svachchhata sarvekshan में इस बार आठवां खिताब
इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण ( svachchhata sarvekshan) में नगर निगम को लगातार आठवां खिताब जीतना है। नगर निगम ने विगत गत माह यानी 1 से 28 फरवरी के बीच जहां-जहां कमी दिख रही थी उस कमी को दूर किया। निगम से जारी ताजे आंकड़े बताते है की नगर निगम ने गंदगी फैलाने वालों के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई की है। फरवरी महीने का रिकार्ड देखा जाए तो निगम द्वारा 22 जोन पर 3696 स्थानों पर कार्रवाई करते हुए 36 लाख वसूले है…। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केंद्रीय टीम इसी माह 15 से 20 मार्च के बीच इंदौर आ सकती है।
पूरे माह चली निगम की कार्यवाही
नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा व एडिशनल कमिश्नर अभिलाष मिश्रा के निर्देशन में टीम द्वारा जबरदस्त कार्रवाई को अंजाम दिया जाए…। एक माह में निगम की टीम ने गंदगी फैलाने वालों से लेकर कचरा जलाने वाले, थूकने से लेकर अमानक पॉलिथीन का इस्तेमाल करने सहित अन्य मामलों में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया…। एक माह में 3600 से ज्यादा स्थान पर कारवाई करते हुए 36 लाख की वसूली की गई…। इससे यह बात स्पष्ट है कि निगम की टीम मैदान में पूरे वक्त सक्रिय है, ताकि कहीं भी कोई गंदगी फैलाता पाया जाए या फिर अमानत पॉलिथीन का इस्तेमाल करते दिखे तो उसके विरुद्ध स्पॉट फाइन की कार्रवाई की जाए…।
सुलभ शौचालयों की मरम्मत
लगातार आठवीं बार इंदौर को स्वच्छता का खिताब दिलाने के लिए महापौर पुष्य मित्र भार्गव और नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इसी को लेकर निगम की टीम सुबह से लेकर शाम तक लगातार वार्डों का दौरा कर सफाई व्यवस्थाओं का अवलोकन कर रही है। शहर के प्रवेश मार्गों के साईड एवं सेंट्रल वर्ज को साफ, सुथरा बनाए रखने सुलभ शौचालयों की मरम्मत एवं रंगाई-पुताई के कार्य की मॉनीटरिंग कर बेहतर स्वरूप देने के प्रयास कर रहे है। शहर की साफ-सफाई व्यवस्था के चलते सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि निरंतर भ्रमण कर साईड वर्ज एवं ग्रीन बेल्ट में कहीं पर भी कचरा एवं मलमे को न फेंका जाए यह सुनिश्चित करें।
कहीं भी मलबा नहीं दिखे
निगम कमिश्नर शिवम वर्मा ने बताया की स्वच्छता सर्वेक्षण प्रारंभ हो चुका है। नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण के मापदण्डों के अनुसार शहर की साफ-सफाई व्यवस्था और बेहतर बनाने तथा में साफ-सफाई कार्यों को बेहतर बनाने में पूरी तरह से जुट गया है। शहर के मुख्य मार्र्गों एवं मार्गों के साईड वर्ज एवं ग्रीन बेल्ट से कचरे एवं मलबे को शीघ्रता से उठवाकर बेहतर साफ-सफाई सुनिश्चित की जा रही है। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण के जो मापदंड है उसमें एक बिंदु यह भी है की सर्वेक्षण के दौरान स्वच्छता टीम को किसी भी व्यावसायिक क्षेत्र में लाल धब्बे (पान की पीक) एवं पीले धब्बे (मूत्र) के निशान मिले तो अंक कट जाएंगे। शहर में अलग अलग स्थानों पर लगे डस्टबीन अगर टूटे फूटे नजर आ रहे है तो उसे तत्काल बदलने के निर्देश भी मिले हैं।
फरवरी माह की रिपोर्ट गंदगी…
विषय | केस की संख्या | वसूली (रु) |
---|---|---|
गंदगी | 1170 | 18,45,950 |
पॉलिथीन | 630 | 4,25,050 |
सार्वजनिक स्थल पर थूकना | 1304 | 1,76,840 |
परिवहन | 169 | 1,71,100 |
खुले में पेशाब | 95 | 10,650 |
कचरा जलाना | 4 | 950 |
अन्य | 324 | 10,17,100 |
कुल | 3696 | 36,47,640 |