मालवा के प्रसिद्ध दूध कढ़ावों की मिठास से जुड़ने का अवसर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को तब मिला, जब वे छावनी स्थित लक्ष्मीनारायण दूध भंडार पहुंचे। यहाँ पर उन्होंने अपने साथ मौजूद अन्य जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों के साथ गर्म दूध का स्वाद लिया। इस दौरान उनके साथ विधायक शुक्ला भी मौजूद थे।
मालवा क्षेत्र में दूध कढ़ावों की विशेष पहचान है, और यहाँ आने वाला हर व्यक्ति इनका स्वाद चखना पसंद करता है। मुख्यमंत्री ने भी इस परंपरा का सम्मान करते हुए गर्म दूध का आनंद लिया। लेकिन खास बात यह रही कि उन्होंने दूध पीने के बाद इसका भुगतान करना भी जरूरी समझा।
दुकानदार और विधायक शुक्ला ने मुख्यमंत्री से दूध के पैसे न लेने का आग्रह किया, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार नहीं किया। उन्होंने एक सामान्य ग्राहक की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए दूध का मूल्य चुकाया। उनका यह व्यवहार एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि किसी भी व्यक्ति को, चाहे वह किसी भी पद पर हो, अपने नागरिक कर्तव्यों को नहीं भूलना चाहिए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह सरल और ईमानदारी भरा रवैया आम जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया। उनकी इस संवेदनशीलता और अनुशासन ने यह संदेश दिया कि हर व्यक्ति को अपनी खरीदारी का भुगतान स्वयं करना चाहिए, भले ही वह किसी भी पद पर क्यों न हो। उनके इस कार्य की स्थानीय लोगों ने सराहना की, और इसे एक अनुकरणीय उदाहरण के रूप में देखा गया।