Barsana में लट्ठमार होली… घूंघट में सखियों ने बरसाए लट्ठ

स्वतंत्र समय, मथुरा

मथुरा के बरसाने ( Barsana ) में 2 घंटे तक राधा बनीं हुरियारिनों ने कृष्ण रूपी हुरियारों पर जमकर लट्ठ बरसाए। हुरियारों ने भी गीत गाते हुए ढाल से अपना बचाव किया। होली खेलने के लिए ये हुरियारे भगवान कृष्ण के गांव नंदगांव से ढाल लेकर 50 किलोमीटर दूर बरसाना पहुंचे।

Barsana में देश-विदेश से करीब 10 लाख लोग पहुंचे

शनिवार को बरसाने ( Barsana ) में लट्ठमार होली के दौरान हेलिकॉप्टर से रंगीली गली के ऊपर फूल बरसाए गए। बरसाने की वल्र्ड फेमस होली देखने के लिए देश-विदेश से करीब 10 लाख लोग मथुरा पहुंचे। बरसाने की गलियां एकदम फुल रहीं। हर तरफ अबीर-गुलाल उड़ता रहा। रंगीली गली की सावित्री कहती हैं- जब हम लोग होली खेलते हैं, तो ऐसा लगता है कि किशोरीजी (राधा) हमारे साथ हैं और ठाकुरजी हमारे सामने बैठे हैं। सावित्री बताती हैं कि श्रीजी की सखियां ही लट्ठमार होली खेलती हैं। यानी बहुएं ही खेल सकती हैं। यहां की कुंवारी लड़कियां लट्ठमार होली नहीं खेलतीं। रंगीली गली की बहुएं श्रीजी की तरह अपने ठाकुरजी के लिए सजती हैं। हमारा श्रृंगार ठाकुरजी के नाम का है। बरसाने में भारी भीड़ को देखते हुए जगह-जगह पुलिस तैनात रही। भीड़ को बांटने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई। पुलिस वालों ने मचान बनाकर ऊंचाई से निगरानी की।