इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की डिमांड दिनों-दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन वाहनों को लेकर कई सवाल अभी भी लोगों के मन में घूमते हैं? खासतौर पर क्या इलेक्ट्रिक गाड़ियों से करंट लग सकता है? और क्या ये पूरी तरह से सुरक्षित हैं?
चलिए, इस सवाल का जवाब ढूंढते हैं!
कैसे काम करता है EV का सिस्टम?
इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी से चलते हैं, और इसमें एक मोटर होती है जो बैटरी से मिलने वाली ऊर्जा से काम करती है। फ्यूल वाली गाड़ियों से अलग, इलेक्ट्रिक वाहनों में करंट बैटरी से निकलकर मोटर को चलाता है। लेकिन यहां एक अच्छी खबर है – ये करंट वाहन के बाहर नहीं निकलता, जिससे बाहरी करंट का खतरा नहीं होता।
EV में करंट कब लगता है?
अब, आपको यह जानना जरूरी है कि अगर आपके इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी या इलेक्ट्रिकल सिस्टम में कोई खराबी हो तो करंट का खतरा हो सकता है। खासकर चार्जिंग के दौरान, क्योंकि यह वह समय होता है जब करंट का प्रवाह बढ़ सकता है। ध्यान रखें कि बैटरी से निकलने वाला करंट डीसी (DC) होता है, जो कि एसी (AC) करंट से कहीं अधिक खतरनाक हो सकता है।
चार्ज करते वक्त रखें ये सावधानियां
- चार्जिंग सिर्फ जरूरत पड़ने पर करें। बिना कारण गाड़ी को चार्ज करना बचें।
- चार्ज करते समय वायरिंग का ध्यान रखें, क्योंकि खराब वायरिंग से शॉर्ट सर्किट हो सकता है, जो आग का कारण बन सकता है।
- चार्जर में लगी रबड़ की स्थिति भी चेक करें ताकि किसी भी तरह की सुरक्षा कमी न हो।