RTO की लापरवाही, नहीं हो सकी 610 करोड़ की वसूली

स्वतंत्र समय, भोपाल

मप्र की राजधानी भोपाल, इंदौर और ग्वालियर संभाग में आरटीओ ( RTO ) सहित अन्य अधिकारियों की लापरवाही के चलते यात्री बसों सहित मालवाहक वाहनों से 610 करोड़ रुपए की वसूली सरकार नहीं कर सकी है। यह तो केवल तीन संभागों का ही मामला है। पूरे प्रदेश में करीब 2 हजार करोड़ रुपए से अधिक टैक्स सरकार का फंसा हुआ है। यह कब से बकाया है, इसकी भी जानकारी सरकार ने उपलब्ध नहीं कराई है।

RTO ने सरकार को चूना लगाने की किया काम

बजट सत्र के दौरान हाल ही में सदस्य बाला बच्चन के सवाल के लिखित जवाब में परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश के भोपाल, इंदौर तथा ग्वालियर संभाग में यात्री वाहनों में मद संख्या 872 के तहत 204 करोड़ एक लाख 61 हजार रुपए तथा मालवाहक वाहनों पर मद संख्या 873 के तहत 408 करोड़ 60 लाख रुपए वाहन मालिकों पर बकाया है। गौरतलब है कि वाहनों से टैक्स वसूली का काम आरटीओ कार्यालय द्वारा वाहनों के नवीनीकरण, लाइसेंस की अवधि बढ़ाने, परमिट जारी करने अथवा अन्य कमियों को पूरा करते समय वसूला जाता है, लेकिन इन तीनों संभागों के आरटीओ ( RTO  ) सहित जिला परिवहन अधिकारी और सहायक आरटीओ ने यात्री वाहनों तथा मालवाहक मालिकों से मिलीभगत कर लापरवाही बरतते हुए सरकार को चूना लगाने का काम किया है। अकेले ग्वालियर में ही यात्रा वाहनों पर 46 लाख 85 हजार रुपए से अधिक बकाया है, जबकि मालवाहक वाहनों पर 3 करोड़ 7 लाख 40 हजार रुपए की वसूली नहीं की गई है।

किस जिले में वाहनों पर कितना बकाया…

नीचे तालिका में विभिन्न जिलों में वाहनों पर बकाया राशि (करोड़ रुपए में) दी गई है:

जिला यात्री वाहन (₹ करोड़) मालवाहक वाहन (₹ करोड़)
भोपाल 133.51 272.41
राजगढ़ 09.61 10.15
सीहोर 07.75 11.73
विदिशा 05.61 27.58
रायसेन 05.89 12.92
इंदौर 01.10 15.62
धार 00.72 02.90
झाबुआ 15.23 13.04
खंडवा 00.74 01.15
खरगोन 01.64 02.92
अलीराजपुर 02.72 03.21
बड़वानी 00.40 00.62
बुरहानपुर 00.40 01.96
दतिया 08.44 07.57
शिवपुरी 00.15 00.68
अशोकनगर 01.40 03.90
गुना 08.15 17.11

यह डेटा करोड़ रुपए में दर्शाया गया है।