बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान के कथित अपमान को लेकर राजनीतिक हलकों में तूल पकड़ गया है। सड़क से लेकर सदन तक, विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे को उछालते हुए सीएम से माफी की मांग की है। राज्य विधानसभा और विधान परिषद में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया, जिसके चलते दोनों सदनों को दो बजे तक स्थगित करना पड़ा।
राबड़ी देवी ने उठाया मुद्दा
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि खेल मैदान में राष्ट्रगान के दौरान उनकी हरकतें देश का अपमान करने वाली थीं, और सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। वहीं, विधान परिषद में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी इस मुद्दे को उठाया, और कहा कि मुख्यमंत्री का राष्ट्रगान के दौरान वायरल वीडियो यह स्पष्ट करता है कि उन्होंने जानबूझकर इसका अपमान किया। उन्होंने यह भी कहा, “यह अपमान पूरे देश का है, और सरकार को माफी मांगनी चाहिए। मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।”
राबड़ी देवी ने प्रदेश की बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि सदन में विपक्षी सवालों को दबाने के प्रयास हो रहे हैं, जबकि बिहार में हत्या, अपहरण, लूट और रेप जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
मानसिक स्थिति पर उठाया सवाल
राजद के एमएलसी सुनील कुमार सिंह ने भी सीएम नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा, “यदि कोई राष्ट्रगान का अपमान करता है, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।” उन्होंने मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की और कहा कि अब नीतीश कुमार को अपनी मानसिक स्थिति पर विचार करना चाहिए। इस बीच, विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
यह घटना अब राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आई है, और आगामी दिनों में इसके और बड़े राजनीतिक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।