PM Modi ने कहा कि गर्म मौसम के लिए प्रोटोकॉल और क्या करें और क्या न करें को आसान तरीके से तैयार किया जाना चाहिए
PM Modi ने सोमवार को अपने आवास पर आगामी गर्मियों के मद्देनजर मौसम की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में पीएम मोदी को अगले कुछ महीनों के लिए IMD के मौसम पूर्वानुमान और सामान्य मानसून की संभावना के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें रबी फसलों पर मौसम के प्रभाव और प्रमुख फसलों की अनुमानित उपज के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने हितधारकों, आम नागरिकों, चिकित्सा पेशेवरों, स्थानीय निकाय अधिकारियों और आपदा प्रतिक्रिया टीमों के लिए अलग जागरूकता सामग्री तैयार करने का आह्वान किया।
PM Modi ने सोमावर को अपने आवास पर आने वाली गर्मियों को मद्देनजर रखते हुए मौसम की तैयारियों के बारे में जानने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक अध्यक्षता की. आयोजित बैठक में PM Modi को आने वाले गर्मियों के महीने IMD द्वारा दी गयी मौसम पूर्वानुमान और सामान्य मानसून की संभावना के बारे में अवगत कराया गया है. PM Modi को गेहूँ, जौ,आलू, चना, मसूर, अलसी, मटर और आने वाली फसलो पर मानसून का क्या प्रभाव होगा यह भी बताया गया और प्रमुख फसलों की अनुमानित उपज के बारे में भी जानकारी दी गई। PM Modi ने हितधारकों, आम नागरिकों, चिकित्सा पेशेवरों, स्थानीय निकाय अधिकारियों और आपदा प्रतिक्रिया टीमों के लिए अलग जागरूकता सामग्री तैयार करने का आह्वान किया।
पीएमओ ने बताया की बैठक में PM Modi को एक सामान्य मानसून की संभावना और रबी फसलों पर मानसून के प्रभाव की जानकारी दी गई। उन्हें गर्मी, शमन उपायों और चिकित्सा बुनियादी ढांचे की तैयारियों से संबंधित आपदाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। सिंचाई जल आपूर्ति, चारा और पेयजल की निगरानी के लिए चल रहे प्रयासों पर बात की गई । इसके अलावा, प्रधानमंत्री को गर्मियो में आने वाली आपदा की स्थिति के लिए तैयारियों के संदर्भ में राज्यों में चल रही आपदा से निजाद पाने की तैयारियों और अस्पताल के बुनियादी ढांचे के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें गर्मी से संबंधित आपदाओं की तैयारी के लिए देश भर में चल रहे विभिन्न प्रयासों और शमन उपायों के बारे में भी अपडेट किया गया।
गर्मियों के मौसम को मद्देनजर रख्त्दे हुए PM Modi ने भारत के खाद्य निगम से ज्यादा गर्मी पड़ने की स्थिति में अनाज का उत्तम भंडारण को सुरक्षित करने के लिए कहा। गेहूं, मुख्य रूप से अक्टूबर और नवंबर के महीने में बोया जाता है और मार्च के अंत तक इसकी कटाई करनी होती है। ऐसे में फसल पहेले से ही तेज़ गर्मी झेल चुकी है और अब मार्च की गर्मी के कारण फसलो को भारी नुकसान हो सकता है. जिसे बचने के लिए PM Modi ने जलाशयों के साथ-साथ चारों तरफ पानी उपलब्ध हो सके इस बात का ध्यान रखा जायेगा.
पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि नागरिकों सहित विभिन्न हितधारकों जैसे मेडिकल पेशेवर, नगरपालिका और पंचायत प्राधिकरण, आपदा प्रतिक्रिया टीमों और अग्निशमन आदि के लिए अलग-अलग जागरूकता सामग्री तैयार की जानी चाहिए।अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए बच्चों को संवेदनशील बनाने के लिए स्कूलों में कुछ मल्टीमीडिया लेक्चर भी दिए जायेगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि गर्म मौसम के लिए प्रोटोकॉल और क्या करें और क्या न करें को आसान तरीके से तैयार किया जाना चाहिए और प्रचार के विभिन्न अन्य तरीके जैसे जिंगल्स, फिल्म, पैम्फलेट आदि भी तैयार और जारी किए जाने चाहिए ताकि लोग गर्मी के तरीको से बच सके
पीएम मोदी ने सभी अस्पतालों में अग्निशमन यंत्र होना चाहिए. जंगल की आग से निपटने के लिए समन्वित प्रयास की जरूरत भी बताई गई। इस बात पर चर्चा की गई कि जंगल की आग को रोकने और उससे निपटने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रणालीगत बदलाव कैसे किये जाए
पीएम मोदी ने IMD से दैनिक मौसम भविष्यवाणी इस तरीके से जारी करने को कहा, जिसे आसानी से समझा जा सके और यह भी कहा की टीवी, रेडियो पर भी प्रोटोकॉल के बारे में बताया जाना चाहिए.