Mahakaal मंदिर प्रशासन पर हावी ‘एक्टिव दलाल’

अक्षय, उज्जैन

प्रसिद्ध महाकाल ( Mahakaal ) मंदिर में भस्म आरती के दर्शन कराने के नाम पर भक्तों से वसूली करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है जबकि मंदिर प्रशासन ने मंदिर परिसर के साथ ही अन्य सार्वजनिक स्थानों पर बड़े-बड़े सूचना बोर्ड लगा रखे हैं कि भस्मारती पूरी तरह से निशुल्क है और इसके लिए किसी को रूपये नहीं दिये जाए।

Mahakaal मंदिर समिति जनजागरुकता करेगी

बावजूद इसके ऐसा महसूस होता है कि महाकाल ( Mahakaal ) मंदिर प्रशासन की ‘जागरूकता’ पर ‘सक्रिय दलाल’ हावी है और यही कारण है कि अमुमन हर एक दो दिन छोडक़र भस्मारती कराने के नाम पर रूपये वसूलने की खबरें सामने आती रहती है। हालांकि अपने साथ धोखा होने के बाद संबंधितों द्वारा मंदिर प्रशासन और पुलिस को शिकायत भी की जाती है लेकिन बावजूद इसके मंदिर प्रशासन दलालों को रोकने में नाकाम सिद्ध हो रहा है। मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने ‘स्वतंत्र समय’ से चर्चा में बताया कि महाकाल मंदिर में भस्म आरती दर्शन में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए मंदिर समिति अब जन जागरूकता के प्रयास तेजी करेगी। इसके लिए मंदिर परिक्षेत्र में सूचना बोर्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी। कंट्रोल रूम से लगातार उद्घोषणा की जाएगी। साथ ही मंदिर के आसपास लाइव दर्शन के लिए लगाई गई विशाल स्क्रीन पर स्लाइड लगाई जाएगी।

करीब 1700 भक्तों को अनुमति जारी

मंदिर के सहायक प्रशासक जूनवाल ने बताया कि भस्म आरती दर्शन के लिए मंदिर समिति प्रतिदिन करीब 1700 भक्तों को अनुमति जारी करती है। इसमें मंदिर की वेबसाइट के माध्यम से 400 भक्तों को ऑनलाइन अनुमति दी जाती है। 500 अनुमति प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी भक्तों को मिलती है। 400 सीट पुजारी, पुरोहित के यजमानों के लिए आरक्षित हैं, वहीं सामान्य दर्शनार्थियों के लिए 400 सीटों का कोटा है। आम भक्तों को महाकाल महालोक के नंदी द्वार के समीप स्थित भस्म आरती काउंटर से प्रतिदिन रात आठ बजे से ऑफलाइन अनुमति दी जाती है। इसके अलावा चलित दर्शन भी कराने की सुविधा दी जाती है।

वैध वसूली में फरार एक का सरेंडर… एक गिरफ्तार

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन व भस्म आरती के नाम पर अवैध वसूली मामले में फरार चार आरोपी में से कांग्रेस नेता दीपक मित्तल ने मंगलवार को महाकाल थाने में सरेंडर कर दिया था। अब गुरुवार को पुलिस के हाथ दो और आरोपी लग गए। जिसमें से एक आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर किया तो दूसरे को महाकाल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। महाकाल अवैध वसूली मामले में कुल 14 लोगों को आरोपी बनाया था। जिसमें से 10 आरोपियों को सोमवार को ही जमानत मिली है। वहीं, फरार 3 आरोपी की तलाश पुलिस कर रही थी। मामले में आरोपी आशीष शर्मा कोर्ट में पेश हुआ जबकि पंकज शर्मा ने महाकाल थाने पहुंचकर अपने आप को सरेंडर कर दिया था। पुलिस ने दोनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जिसके बाद कोर्ट ने दोनों को दो दिन के लिए पुलिस रिमांड पर सौंपा है। इधर, गुरुवार को कांग्रेस नेता दीपक मित्तल की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद उसे भी कोर्ट में पेश किया था। जहां से उसे भैरवगढ़ जेल भेज दिया गया।

जिम्मेदार बोले… समझ में ही नहीं आ रहा

मंदिर प्रशासन के सहायक प्रशासक जूनवाल का कहना है कि मंदिर प्रशासन द्वारा पूरे मंदिर परिक्षेत्र में सूचना बोर्ड लगा रखे है वहीं उद्घोषणा भी की जाती है कि भस्मारती निशुल्क है वहीं अनुमति देने के बाद भी चलित भस्म आरती के दर्शन लाभ लिए जा सकते है। उनका यह कहना है कि बावजूद इसके यह समझ में ही नहीं आता है कि बाहर से आने वाले दर्शनार्थी दर्शन के नाम पर किसी को रुपये कैसे दे देते है। हालांकि अब ओर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।