11 करोड़ के Scam से फिर चर्चा में आया निगम

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर नगर निगम में लगभग 11 करोड़ रु का बड़ा घोटाला ( Scam ) सामने आने के बाद निगम परिसर में हलचल मची हुई है। प्रारंभिक जांच पड़ताल में निगम के अफसरों की मिलीभगत को लेकर फिलहाल ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है, लेकिन शक के घेरे में जरुर है।  इस घोटाले के मामले में डीसीपी जोन-3 के हंसराज सिंह मीना की तरफ से बताया गया कि ऑडिट रिपोर्ट व आवेदन के आधार पर इस घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक मोहम्मद साजिद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में कांग्रेस भी मैदान में उतर गई है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने भाजपा के नेताओं व ठेकेदारों पर मिलकर फजीर्वाड़ा करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि भाजपा की परिषद और राज्य सरकार इस घोटाले के आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।

Scam ड्रेनेज विभाग में हुआ

बताया जा रहा है की निगम में हुए घोटाले ( Scam ) को लेकर फर्जी बिल लगाकर दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए गए. इस फजीर्वाड़े में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम में इस घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसके बाद सभी लोग हैरान रह गए, यह घोटाला ड्रेनेज विभाग में हुआ है, जिसके बाद नगर निगम में और भी गंभीरता से जांच की जा रही है. फिलहाल एमजी पुलिस थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

11 करोड़ रुपए निकाल लिए गए

दरअसल, इंदौर नगर निगम में डीसीपी जोन-3 के हंसराज सिंह मीना की तरफ से बताया गया कि ऑडिट रिपोर्ट व आवेदन के आधार पर इस घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक मोहम्मद साजिद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. क्योंकि कंपनी की तरफ से ड्रेनेज विभाग में फर्जी बिल लगाए गए और 11 करोड़ रुपए निकाल लिए गए. जिसके बाद नगर निगम ने की एमजी रोड थाने में मामले की शिकायत की थी।

इस तरह हुआ खुलासा

नगर निगम की लेखाजोखा टीम की तरफ से बताया गया कि कंस्ट्रक्शन के संचालक की तरफ से नगर निगम में होने वाले कामों के जो 185 बिल पेश किए गए थे, उनमें से 169 बिल फर्जी थे. केवल 16 बिल ही सही निकले, जिसके बाद यह घोटाला सामने आया। खास बात यह है कि मेसर्स नींव कंस्ट्रक्शन को इससे पहले भी ब्लैकलिस्ट किया जा चुके है, लेकिन इसके बाद भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए यह कंपनी कांट्रेक्ट हासिल करती रही और घोटाला होता रहा।

कांग्रेस का आरोप – भाजपा कर रही है आरोपियों को बचाने का प्रयास

घोटाले के मामले में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने भाजपा के नेताओं व ठेकेदारों पर मिलकर फजीर्वाड़ा करने का आरोप लगाया है। चौकसे का कहना है कि भाजपा की परिषद और राज्य सरकार इस घोटाले के आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। जब पहले फर्जी फाइल घोटाला सामने आया था तो उन्होंने इस मामले की गंभीरता से जांच की मांग की थी, लेकिन महापौर पुष्यमित्र भार्गव के नेतृत्व में नगर निगम ने घोटाले के दोषियों को बचाने का काम किया। इस घोटाले में नगर निगम के इंजीनियर अभय राठौर को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन नगर निगम के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं की गई।

भुगतान की फाइलों की जांच कराने की अपील

नेता प्रतिपक्ष ने इस धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने निगम के लेखा विभाग से पिछले 5 साल में किए सभी भुगतान की फाइलों की जांच कराने की अपील की है।

कांग्रेस देगी ज्ञापन

घोटाले को लेकर शहर और जिला कांग्रेस कमेटी के साथ कांग्रेस पार्षद दल संभागायुक्त को ज्ञापन देगा। शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा और जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव के नेतृत्व में यह ज्ञापन दिया जाएगा। साथ ही मांग की जाएगी की दोषियों पर कार्रवाई हो।