Indore Nagar Nigam Budget: इंदौर के बजट में बड़े ऐलान, जनता पर किसी नए टैक्स का बोझ नहीं, हर घर को मिलेगा डिजिटल एड्रेस

Indore Nagar Nigam Budget: इंदौर नगर निगम का 8000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट गुरुवार को अटल बिहारी वाजपेयी परिषद सभागृह (अटल सदन) में पेश किया गया। इस बार बजट में जनता पर किसी नए टैक्स का बोझ नहीं डाला गया है, जिससे शहरवासियों को राहत मिलेगी। वहीं, नगर निगम का नया पोर्टल, जो 1 अप्रैल से लॉन्च होना था, अब 15 अप्रैल से शुरू किया जाएगा।

इंदौर में स्वामी विवेकानंद की 39 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसकी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस भव्य प्रतिमा का लोकार्पण 12 जनवरी 2026 को किया जाएगा। इसके अलावा, शहर के हर घर को डिजिटल एड्रेस देने की भी घोषणा की गई है, जिसके लिए अप्रैल से पायलट प्रोजेक्ट शुरू होगा।

बजट सत्र की शुरुआत होते ही विपक्ष ने नगर निगम में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने इस पर महापौर से जवाब मांगा, जिसके बाद कांग्रेस पार्षदों ने सदन में जमकर हंगामा किया। यह हंगामा करीब 15-20 मिनट तक चला, जिसके बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अपना बजट भाषण शुरू किया।

इस बार के बजट में जनकार्य विभाग को सबसे ज्यादा 2000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। बजट सत्र में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक महेंद्र हार्डिया समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे।

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बजट का समर्थन करते हुए कहा कि विपक्ष को सही और गलत दोनों मुद्दों पर संतुलित विरोध करना चाहिए। उन्होंने नगर निगम की 1000 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली को एक रिकॉर्ड बताया और कहा कि प्रदेश में अब तक किसी भी नगर निगम ने इतनी वसूली नहीं की है। विजयवर्गीय ने यह भी स्पष्ट किया कि भोपाल या दिल्ली से मिलने वाला हर पैसा इंदौर के विकास में ही खर्च किया जाएगा।

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर के विकास के लिए ट्रिपल इंजन सरकार (केंद्र, राज्य और नगर निगम) पर भरोसा जताते हुए कहा कि शहर के विकास में धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव को अधिक से अधिक काम करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा, “मुझ पर इंदौर की जनता का ऋण है, जिसे मैं विकास कार्यों के जरिए चुकाऊंगा।” महापौर ने बजट सत्र में घोषणा की कि इंदौर में स्वामी विवेकानंद की 39 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसका लोकार्पण 12 जनवरी 2026 को होगा। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

इंदौर नगर निगम के बजट सत्र की शुरुआत कांग्रेस नेता चिंटू चौकसे के भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाने से हुई। उन्होंने सवाल किया कि अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई हुई? इसके बाद कांग्रेस पार्षदों ने सदन में जोरदार हंगामा किया।

बजट 2025-26 की प्रमुख घोषणाएं:

• जनकार्य विभाग को सबसे ज्यादा 2000 करोड़ रुपये मिले।
• मनोरंजन कर से 5-10 करोड़ रुपये की आय का अनुमान।
• इंदौर जू में फिश एक्वेरियम बनाया जाएगा और जल्द ही जिराफ आएगा।
• 100 नए इलेक्ट्रिक कचरा कलेक्शन वाहन खरीदे जाएंगे।
• 28 चौराहों का लेफ्ट टर्न चौड़ा किया जाएगा।
• बीआरटीएस हटाने के लिए कोर्ट की सहमति, इस पर 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
• 70 मीटर की टर्न टेबल फायर मशीन हाईराइज बिल्डिंग्स के लिए खरीदी जाएगी।
• 450 करोड़ रुपये की लागत से 23 मास्टर प्लान की सड़कें बन रही हैं, 10 और सड़कों की घोषणा।
• देवगुराड़िया बायो सीएनजी प्लांट की क्षमता बढ़कर 800 टन होगी।
• पोलोग्राउंड में सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा ग्रीन एरिया विकसित किया जाएगा।
• हर घर को डिजिटल एड्रेस मिलेगा, वार्ड 82 से पायलट प्रोजेक्ट शुरू।
• सोलर सिटी प्रोजेक्ट के तहत इंदौर 100 मेगावाट बिजली खुद उत्पन्न कर रहा है।

महापौर ने कांग्रेस को घेरा

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासनकाल में कोई गलती इसलिए नहीं होती थी क्योंकि कोई काम ही नहीं होता था। इस बयान पर कांग्रेस पार्षदों ने विरोध जताया और फिर से हंगामा किया।

ड्रेनेज घोटाले पर महापौर का बयान

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि ड्रेनेज घोटाले के सभी आरोपी जेल में हैं और जांच जारी है। साथ ही, जिन एजेंसियों की जिम्मेदारी ऑडिट करने की थी, उनके 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के बिल रोक दिए गए हैं।

नया नगर निगम पोर्टल – 2050 की तकनीक से लैस

महापौर ने घोषणा की कि नया नगर निगम पोर्टल टेक्नोलॉजी फ्रेंडली होगा और 2050 तक की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। इसे एर्नेस्ट एंड यंग जैसी बड़ी कंपनी डेवलप कर रही है, जिससे नागरिक सेवाएं और अधिक प्रभावी होंगी।

8236.98 करोड़ रुपये का बजट – 200 करोड़ की बढ़ोतरी

इस बार इंदौर नगर निगम का 8236.98 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया, जो पिछले साल से 200 करोड़ रुपये ज्यादा है। महापौर ने बताया कि नगर निगम को बीते वित्तीय वर्ष में 6132 करोड़ का राजस्व मिला, जो अब तक का सबसे ज्यादा है।

महापौर और विपक्ष में तीखी नोकझोंक

सदन में माहौल उस वक्त गरमा गया जब महापौर भार्गव ने विपक्ष को सुनने की सलाह देते हुए कहा, ‘पहले सुन लो, नहीं सुनोगे तो पिछली बार जैसा होगा।’ इस पर कांग्रेस नेता चिंटू चौकसे ने पलटवार करते हुए कहा, ‘घमंड तो राजा रावण का भी नहीं चला।’

इंदौर बना स्वच्छता और नवाचार का रोल मॉडल

महापौर ने कहा कि इंदौर आज ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर है और स्वच्छता और नवाचार में रोल मॉडल बन चुका है। नगर निगम ने शहर के विकास और सफाई व्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।

विपक्ष ने उठाया घोटालों का मुद्दा

कांग्रेस नेता चिंटू चौकसे ने सदन में कहा कि फर्जी फाइल घोटाले और 11 करोड़ के अन्य घोटाले ने इंदौर की छवि धूमिल की है। उन्होंने महापौर से पूछा कि इस पर क्या कार्रवाई हुई?

मंत्री तुलसी सिलावट बोले – यह संकल्पों का बजट है

बजट पेश होने से पहले मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक महेंद्र हार्डिया और अन्य नेता अटल सदन पहुंचे। मंत्री सिलावट ने इसे “संकल्पों का बजट” बताया और कहा कि यह हर वर्ग की भलाई के लिए बनाया गया है। उन्होंने इसे इंदौर के विकास को और गति देने वाला बजट करार दिया।