MP Weather: मध्यप्रदेश में बदला मौसम का मिजाज, आंधी-बारिश के साथ होगी ओलावृष्टि, IMD ने जारी किया अलर्ट

MP Weather: मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार तीसरे दिन बदला नजर आया। गुरुवार को राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में हल्की से तेज बारिश दर्ज की गई। सीहोर, रायसेन, ग्वालियर और बालाघाट में भी बारिश हुई। बालाघाट में सुबह हल्की बूंदाबांदी के बाद दोपहर में तेज बारिश हुई, जबकि सीहोर में शाम के समय रिमझिम फुहारें पड़ीं। भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे और कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली।

मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार सक्रिय बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण तंत्र का असर प्रदेशभर में दिखाई दे रहा है। इसके चलते शुक्रवार को राज्य के 43 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का अनुमान जताया गया है। कुछ जिलों में मौसम और भी अधिक तीव्र हो सकता है। नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और पांढुर्णा में ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील की है।

प्रदेश में बदलते मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले कुछ दिनों से हो रही हल्की बारिश और कुछ जिलों में ओलावृष्टि की घटनाओं ने खेतों में खड़ी रबी की फसलों को नुकसान पहुंचाने का खतरा बढ़ा दिया है। खासतौर पर गेहूं, चना, सरसों जैसी फसलें जो अब पकने की स्थिति में हैं, उन पर बारिश और ओले बुरी तरह असर डाल सकते हैं। कई जगहों पर पानी भरने से फसलें गिरने लगी हैं, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिरने की आशंका बन गई है। ऐसे हालात में किसान लगातार आसमान की ओर निगाहें टिकाए हुए हैं और मौसम विभाग की चेतावनियों पर नजर बनाए हुए हैं। अगर आने वाले दिनों में मौसम इसी तरह बिगड़ा रहा, तो उन्हें भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।

मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में गुरुवार को तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ग्वालियर में सबसे ज्यादा गर्मी महसूस की गई, जहां तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। नर्मदापुरम में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री और न्यूनतम 22.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे अधिक रहा। इंदौर में अधिकतम तापमान 37.02 डिग्री और न्यूनतम 23.02 डिग्री, उज्जैन में 38 डिग्री और 21 डिग्री, जबलपुर में 32.3 डिग्री और 20 डिग्री सेल्सियस रहा। खजुराहो का तापमान 38.2 डिग्री और सागर का 34.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, हालांकि दोनों स्थानों का न्यूनतम तापमान उपलब्ध नहीं हो सका। वहीं, प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहा, जहां अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम 16.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मध्य प्रदेश में अगले दो से तीन दिन तक आंधी-तूफान और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवाओं के असर के कारण मौसम में बार-बार बदलाव देखने को मिलेगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर खुले इलाकों और कमजोर संरचनाओं के पास खड़े होने से बचने की हिदायत दी गई है। वहीं, किसानों के लिए यह समय विशेष रूप से चिंता का विषय बन गया है। मौसम की मार से फसलों को बचाने के लिए उन्हें पहले से ही एहतियाती उपाय करने की जरूरत है, जैसे फसलों को ढंकना या खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करना, ताकि संभावित नुकसान से बचा जा सके।