स्वतंत्र समय, इंदौर
गुरुवार दोपहर को इंदौर नगर निगम के परिषद हाल में चल रहे बजट सत्र के दौरान जब महापौर पुष्यमित्र भार्गव बजट भाषण पढ़ रहे थे उसी दौरान कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक कैलाश विजयवर्गीय ( Kailash Vijayvargiya ) ने हाल में पहुंचे और उनका अभिवादन किया। महापौर का भाषण पूरा होने के बाद महापौर के पास बैठे विजयवर्गीय को संबोधन के लिए आमंत्रित किया।
Kailash Vijayvargiya बोले- मैं विधायक की हैसियत से आया हूं
इस मौके पर विजयवर्गीय ( Kailash Vijayvargiya ) ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए पहले सभी का अभिनंदन किया उसके बाद उन्होंने बोलना शुरु किया। उन्होंने कहा कि मैं यहां नगरीय प्रशासन मंत्री की हैसियत से नहीं आया हूं बल्कि विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक के विधायक और परिषद के सदस्य के रूप में यहां आया हूं। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि मुझे आज तक काम करने में अन्य किसी पद पर इतना आनंद नहीं आया जितना आनंद मुझे महापौर के कार्यकाल में काम करने में आया । इसलिए मैं चाहता हूं कि आप सब खूब काम करो पैसे की कोई कमी नहीं है। उन्होंने नगर निगम की 1000 करोड़ की राजस्व वसूली के लिए बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश की अन्य नगर निगमों में जब राज्य सरकार चुंगी क्षतिपूर्ति का पैसा देती है तब वेतन बंटता है लेकिन इंदौर नगर निगम में ऐसी स्थिती नहीं है।
महापौर के पास काम करने के बड़े अवसर
सदन में बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उन्होंने कई नगर निगम देखे हैं, लेकिन जब वे खुद महापौर थे, तब काम करने का आनंद अलग ही था। उन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पास इंदौर के विकास के लिए बड़े अवसर हैं और उन्हें इस मौके का पूरा उपयोग करना चाहिए।
निगम की उपलब्धियों पर दिया जोर
1000 करोड़ रुपये का टैक्स कलेक्शन के बारे में उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में अब तक किसी भी नगर निगम ने इतना बड़ा टैक्स संग्रह नहीं किया। जहां अन्य नगर निगमों को अपने कर्मचारियों के वेतन के लिए भोपाल से फंड की आवश्यकता होती है, वहीं इंदौर नगर निगम अब आत्मनिर्भर हो गया है। उन्होंने कहा कि अब भोपाल और दिल्ली से मिलने वाला पैसा सीधे शहर के विकास में लगाया जाएगा। इससे नए प्रोजेक्ट्स को तेजी से लागू किया जा सकेगा और बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा।
हरियाली में भी नंबर वन बनने का लक्ष्य
स्वच्छता में नंबर वन बने रहने के बाद अब इंदौर को हरियाली में भी देश में सबसे आगे लाने की योजना है। उन्होंने कहा कि जब हमने 51 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा था, तब नगर निगम की भूमिका बेहद अहम रही। अकेले रेवती रेंज में 12 लाख पेड़ लगाए गए, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। अब हम एक और रिकॉर्ड बनाएंगे।
निगम पर जनता का भरोसा
विजयवर्गीय ने कहा कि नगर निगम पर इंदौर की जनता का भरोसा बना हुआ है। उन्होंने एक शेर पढ़ते हुए कहा झ्र ह्लमैं रोज शिकायत करता हूं, इसलिए विश्वास भी तुझ पर है! उन्होंने कहा कि जनता नगर निगम से उम्मीद करती है और इसी विश्वास को कायम रखना सबसे बड़ी चुनौती है।
इंदौर बाकी नगरीय निकायों से अलग
बजट सत्र के दौरान वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर की आत्मनिर्भरता को सराहा और कहा कि प्रदेश के बाकी नगरीय निकायों की स्थिति यह है कि उन्हें भोपाल से पैसा भेजा जाता है, तब जाकर वे कर्मचारियों को तनख्वाह दे पाते हैं, लेकिन इंदौर इससे अलग और आत्मनिर्भर है।
हर क्षेत्र में नंबर वन बनाना है
अपने भाषण के अंत में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर को स्वच्छता में नंबर वन बनाने के बाद अब हर क्षेत्र में देश में अव्वल लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम स्वच्छता में नंबर वन बने हैं, अब हमें ग्रीनरी, विकास कार्य और नागरिक सुविधाओं में भी देश में नंबर वन बनाना है। यह संकल्प सिर्फ नगर निगम का नहीं, बल्कि पूरे शहर का होना चाहिए!
विपक्ष के विरोध पर टिप्पणी
विजयवर्गीय ने विपक्ष की भूमिका पर भी बयान दिया। विपक्ष को विरोध करना चाहिए, क्योंकि यह उनका अधिकार है। कई बार सही बातों पर भी विरोध किया जाता है, लेकिन यह लोकतंत्र की प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि इंदौर नगर निगम में हमेशा स्वस्थ बहस और चर्चा की परंपरा रही है, और इसे आगे भी जारी रहना चाहिए। कैबिनेट मंत्री ने सुझाव दिया कि अब नगर निगम अपनी वित्तीय स्थिति को और मजबूत करने के लिए लोन लेकर बड़े प्रोजेक्ट शुरू कर सकता है। उन्होंने कहा कि इंदौर नगर निगम की बैंक कैपेसिटी अब मजबूत हो गई है। अगर आप लोन लेकर बड़े काम करेंगे तो शहर और तेजी से आगे बढ़ेगा। चिंता मत करिए, फंड की कोई कमी नहीं होगी। डबल इंजन सरकार पूरी तरह आपके साथ खड़ी है।