वकीलों को भी नहीं छोड़ा land mafia ने


राजेश राठौर
EXCLUSIVE

स्वतंत्र समय, इंदौर

जो दूसरों को न्याय दिलाते हैं, कभी-कभी उनके साथ भी अन्याय हो जाता है। बड़ी बात तो यह है कि इंदौर के भूमाफिया ( land mafia ) ने, इंदौर का ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा जिसका पैसा खाने में या प्लाट हड़पने में कोई कसर नहीं छोड़ी होगी।

land mafia ने फर्जी कागजातों से बेचे प्लॉट

आज हम एक वकील की पीड़ा प्रकाशित कर रहे हैं जिसके लिए बकायदा जिला अभिभाषक संघ के नेता सुरेंद्र वर्मा ने प्रेसनोट जारी करके कहा कि भूमाफिया ने वकील के प्लाट का मामला नहीं निपटाया, उल्टा पुलिस ने वकील के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर दी। मामला कुछ इस तरह से है कि विगत 2011 से न्यू कावेरी नगर के प्लॉट क्रमांक 2, 3 एवं 4 सर्वे नंबर 316/4 के नाम रजिस्टर्ड से बेचे हुए प्लॉट के लिए गौ सेवक एवं सामाजिक कार्यकर्ता राजेश शुक्ला जी-जान से संघर्ष कर रहे हैं।
यह प्लॉट राजेश शुक्ला ने अपने स्वयं की बचत के पैसे से गौ सेवा करने के उद्देश्य से सुरेश तोमर एवं उनकी पत्नी से चेक के माध्यम से सौदा किया था, लेकिन उसी के मित्र अवैध कालोनाइजर अनिल मिश्रा और सुनीता मिश्रा ने कई बार गुंडों को भेजकर प्लॉट पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन कंट्रोल रूम पर सूचना देने पर वह भाग जाते थे। राजेश 26 नवंबर 2024 से लगातार इनके द्वारा अनाधिकृत तरीके से कब्जा करने की शिकायत कालोनी सेल नगर निगम, डीसीपी झोन क्रमांक 1 एवं सहायक पुलिस आयुक्त को कर चुके हैं, और उन्हें बताया कि यह लोग कूटरचित दस्तावेजों को बनाकर उक्त प्लॉट क्रमांक 3 एवं 4 को प्लॉट क्रमांक 33 एवं 34 के कागज सर्वे नंबर बदलकर बेचने का प्रयास कर रहे हैं।
जब अपने स्तर पर आसपास के लोगों से पूछा तो राजेश को पता चला कि यह कालोनी नगर निगम इंदौर द्वारा अवैध घोषित की गई है और रजिस्ट्री पर अभी रोक भी लगी है। अनिल मिश्रा और उसके लडक़े अक्षय मिश्रा की छोटा बांगड़दा के क्षेत्र में छवि अच्छी नहीं है। अनिल मिश्रा ने सरकारी जमीन पर आशा पैलेस कालोनी काट रखी है उसमें भी एक प्लॉट को दो बार बेचने में धोखाधड़ी की कार्यवाही इसके खिलाफ पुलिस ने की थी।
जब यह बात इंदौर अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र वर्मा एवं पूरी कार्यकारिणी को लगी तब सारे वकील लामबंद होकर पुलिस आयुक्त के पास पहुंचे और कहा कि हमारे अभिभाषक संघ के सदस्य संजय शुक्ला शासकीय अभिभाषक होकर हम वकीलों के न्याय के संरक्षक हंै। हम इस तरह का अवैधानिक कार्य नहीं करते, हमें तो कोर्ट से स्टे प्राप्त है फिर भी पुलिस भूमाफिया और अवैध कालोनाइजर के बेटे अक्षय मिश्रा की बात ज्यादा सुनकर एकतरफा बिना सबूतों के परीक्षण कर बताई गई घटना के तीन महीने बाद एफआईआर कर रही है। हमारे अभिभाषक संघ के सदस्य राजेश शुक्ला हाई शुगर, ब्लड प्रेशर एवं हर्निया के मरीज हंै। एरोड्रम पुलिस और भूमाफिया इतना मानसिक दबाव बना रहे हैं और कल को यदि कुछ इन्हें हानि हो गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। इस पर आयुक्त ने निश्चिंत रहने और इसकी जांच करवाने का आश्वासन दिया है।