चीन और अमेरिका के बीच जारी व्यापार युद्ध के कारण वैश्विक मंदी की आशंका और व्यापारिक तनाव ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया है। पिछले तीन दिनों में सोने की कीमतों में 3,000 रुपए से अधिक की गिरावट आई है। हालांकि, इस गिरावट के बावजूद, वायदा बाजार में गोल्ड की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इस लेख में हम जानेंगे कि सोने की कीमतों में आगे क्या बदलाव हो सकता है और इसके पीछे क्या कारण हैं।
दिल्ली में गोल्ड हुआ सस्ता
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, दिल्ली में गोल्ड की कीमतों में लगातार गिरावट आई है। मंगलवार को, सोने की कीमत 200 रुपए घटकर 91,250 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई। इससे पहले सोमवार को यह कीमत 91,450 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। यानि तीन दिनों में सोने की कीमतों में 3,100 रुपए की गिरावट आ चुकी है।
वहीं, 99.5 प्रतिशत प्योरिटी वाले गोल्ड की कीमत भी 200 रुपए घटकर 90,800 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गई। इसका मतलब है कि बाजार में कमजोर मांग और मंदी की आशंका के चलते सोने की कीमतों में गिरावट आई है।
चांदी की कीमत में वृद्धि
चांदी के बाजार में हाल ही में कुछ तेजी देखने को मिली है। दिल्ली में चांदी के दाम 200 रुपए बढ़कर 92,700 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए हैं, जबकि पहले यह 92,500 रुपए प्रति किलोग्राम था। विदेशी बाजारों में भी चांदी के दाम बढ़े हैं, जहां हाजिर चांदी 0.69 प्रतिशत बढ़कर 30.29 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही है।
वायदा बाजार में गोल्ड और चांदी की कीमत में तेजी
वहीं, वायदा बाजार में गोल्ड और चांदी दोनों की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने की कीमत 1,137 रुपए बढ़कर 88,065 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई, और चांदी की कीमत भी 1,707 रुपए बढ़कर 89,955 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई। इन बदलावों के कारण व्यापारियों और निवेशकों के बीच बाजार पर पैनी नजर बनी हुई है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
एलकेपी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी के अनुसार, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और चीन के खिलाफ अमेरिकी व्यापारिक उपायों के कारण सोने की कीमतों में तेजी आ सकती है। उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच जारी तनाव के कारण सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी है, जो सोने की कीमतों को ऊंचा कर सकता है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी के मुताबिक, आने वाले दिनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति बैठक और आर्थिक आंकड़े सोने की कीमतों पर महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं। वह कहते हैं कि अगर ये आंकड़े असमान रहे, तो सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
क्या होगा आगे?
सोने की कीमतों पर वैश्विक स्थिति का असर सीधा पड़ता है। चीन और अमेरिका के बीच चल रही व्यापारिक टेंशन, डॉलर की स्थिति और वैश्विक मंदी की आशंका के चलते गोल्ड की कीमतों में और गिरावट या फिर कुछ और वृद्धि हो सकती है। आने वाले दिनों में फेडरल रिजर्व की नीतियों और अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आंकड़ों का बाजार पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।