New Aadhaar App: आधार कार्ड को लेकर बड़ा बदलाव, फेस स्कैन से होगा वेरिफिकेशन, लॉन्च हुआ ऐप

New Aadhaar App: आधार कार्ड को लेकर एक बड़ा बदलाव सामने आया है, जिससे आम लोगों को अब हर बार पहचान साबित करने के लिए आधार कार्ड या उसकी फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार ने एक नया Aadhaar Authentication App लॉन्च किया है, जिसकी मदद से अब होटल, फ्लाइट या बैंक जैसी जगहों पर पहचान की पुष्टि बस QR कोड स्कैन और फेस स्कैन के ज़रिए की जा सकेगी। इस नए सिस्टम से न सिर्फ कागज़ी दस्तावेज़ों की जरूरत कम होगी, बल्कि पहचान की प्रक्रिया भी ज्यादा सुरक्षित और डिजिटल बन जाएगी। यह ऐप UIDAI की पहल है और इसमें यूज़र की निजता और डेटा सुरक्षा का भी खास ध्यान रखा गया है।

नए आधार ऐप को लेकर आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद X (पहले ट्विटर) पर जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि यह ऐप बिलकुल UPI की तरह सरल और यूज़र-फ्रेंडली बनाया गया है। इस ऐप का इस्तेमाल करते समय यूज़र को केवल एक QR कोड स्कैन करना होगा, इसके बाद ऐप सेल्फी कैमरे से चेहरा स्कैन करेगा और कुछ ही सेकंड में पहचान की पुष्टि हो जाएगी। यह तकनीक न केवल प्रोसेस को आसान बनाती है, बल्कि पहचान की प्रक्रिया को ज्यादा सुरक्षित और तेज भी बनाती है।

नया आधार ऐप बहुत ही आसान और सुरक्षित तरीके से काम करता है। इसके जरिए पहचान की पुष्टि तीन आसान स्टेप्स में की जा सकती है:

1. QR कोड स्कैन करें – जिस जगह आपकी पहचान की जरूरत है, वहां मौजूद QR कोड को ऐप से स्कैन करें।
2. फेस स्कैन करें – ऐप आपके मोबाइल के फ्रंट कैमरे से आपका चेहरा स्कैन करेगा और UIDAI के डेटाबेस से मिलान करेगा।
3. सिर्फ जरूरी जानकारी शेयर होगी – ऐप सिर्फ वही जानकारी साझा करेगा जो उस खास वेरिफिकेशन के लिए जरूरी होगी, जैसे नाम, जन्मतिथि या पता। इससे आपकी निजी जानकारी सुरक्षित रहती है और हर बार आधार की फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं पड़ती।

नए आधार ऐप के फायदे और सावधानियां

फायदे:

• डेटा प्राइवेसी सुरक्षित: ऐप सिर्फ उतनी ही जानकारी शेयर करता है, जितनी वेरिफिकेशन के लिए जरूरी हो, जिससे आपकी निजी जानकारी सुरक्षित रहती है।
• फिजिकल कार्ड की जरूरत खत्म: अब होटल, फ्लाइट या बैंक में आधार कार्ड ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
• फेक डॉक्यूमेंट की संभावना खत्म: चेहरा स्कैन कर वेरिफिकेशन होता है, जिससे नकली दस्तावेज़ों का इस्तेमाल नहीं हो सकेगा।
• साइबर फ्रॉड से बचाव: आपकी जानकारी UIDAI के कंट्रोल में रहती है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम होती है।
• डिजिटल इंडिया को बढ़ावा: यह ऐप सरकार की डिजिटल इंडिया मुहिम को और मजबूत करता है।

ध्यान देने योग्य बातें:

• अभी बीटा वर्जन में है: ऐप फिलहाल टेस्टिंग में है और जल्द ही सभी के लिए उपलब्ध होगा।
• फर्जी ऐप्स से बचें: इसे केवल UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट या ऐप स्टोर से ही डाउनलोड करें।
• इंटरनेट जरूरी: यह ऐप पूरी तरह ऑनलाइन आधारित है, यानी इसके इस्तेमाल के लिए इंटरनेट जरूरी होगा।
• फेस स्कैन की सीमाएं: कम रोशनी या बुजुर्गों के चेहरे की पहचान में थोड़ी दिक्कत आ सकती है, इसलिए इस्तेमाल के समय ध्यान रखें।