MP Weather: मध्य प्रदेश इन दिनों भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। राजधानी भोपाल में तापमान ने अप्रैल महीने में सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जहां अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। प्रदेश के आधे से अधिक हिस्सों में गर्म हवाओं और चिलचिलाती धूप ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। लू की तीव्रता के कारण लोग दिन के समय घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं और स्कूलों, दफ्तरों तथा बाजारों में सन्नाटा छाया हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज से अगले तीन दिनों तक मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में तेज गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और टर्फ एक्टिविटी के प्रभाव से प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। इन मौसमी गतिविधियों के कारण कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश, बादल छाने और तापमान में गिरावट की संभावना जताई गई है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी और लू से कुछ राहत मिल सकती है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव किसानों और आमजन दोनों के लिए राहतभरा साबित हो सकता है।
मध्य प्रदेश के 42 जिलों में हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, विशेष रूप से ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम, रीवा और जबलपुर संभाग के जिलों में अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है। इस मौसम बदलाव से इन क्षेत्रों के लोगों को भीषण गर्मी और लू से कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है। साथ ही, तापमान में गिरावट और ठंडी हवाओं के चलते मौसम कुछ सुहावना हो सकता है, जिससे जनजीवन को थोड़ी राहत महसूस होगी।
वहीं दूसरी ओर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर और शहडोल संभाग के जिलों में मौसम साफ रहने के आसार हैं, जिससे इन क्षेत्रों में गर्मी का प्रकोप फिलहाल बना रहेगा। तेज धूप और गर्म हवाओं के चलते यहां के लोगों को अभी और ज्यादा गर्मी झेलनी पड़ सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि इन इलाकों में राहत मिलने में कुछ और दिन लग सकते हैं, इसलिए नागरिकों को सतर्क रहने और गर्मी से बचाव के जरूरी उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।