अंडरग्राउंड Metro… खुदाई का श्रीगणेश बड़ा गणपति के पास से होगा

विपिन नीमा, इंदौर

इस समय इंदौर में मेट्रो ( Metro ) को लेकर अभी भी कुछ मसले क्लियर नहीं हो पा रहे हैं। इनमें मेट्रो का कमर्शियल रन , मेट्रो का अंडरग्राउंड के लिए खुदाई और कमर्शियल रन का टिकट शामिल है। फिलहाल मेट्रो कम्पनी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि ये सारी स्थितियां कब अधिकृत रुप से सामने आएंगी।

Metro को लेकर व्यापारी-रहवासी कोई नहीं है सहमत

सबसे महत्वपूर्ण तथ्य एमजी रोड में क्षेत्र में मेट्रो ( Metro ) को लेकर अंडर ग्राउंड काम कैसे शुरू करना है , क्योंकि शहर के सबसे घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में अंडरग्राउड मेट्रो चलाने के लिए मंत्री से लेकर जनप्रतिनिधि, क्षेत्र के व्यापारी व रहवासी कोई भी सहमत नहीं है। इस मामले में आने वाले दिनों में बैठक होने वाली है जिसमें स्थिति क्लीयर हो जाएगी। वैसे भी इस हिस्से में बदलाव की संभावना बहुत कम है , क्योंकि भारत सरकार गजट नोटिफिकेशन जारी कर चुका है और सरकार ने टेंडर करते हुए कम्पनी को ठेका भी दे दिया है। उधर सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी-टाटा प्रोजेक्ट लि.(एचसीसी-टीपीएल) ने काम शुरू करने का प्लान तैयार कर लिया है। आगामी तीन-चार माह यानी अगस्त-सितम्बर में कंपनी मैदानी स्तर पर काम शुरू करेगी। मप्र मेट्रो रेल प्रबंधन द्वारा इस संबंध में एचसीसी-टीपीएल कंपनी को वर्कआर्डर जारी कर दिया गया है।

कमर्शियल रन के लिए मिली हरी झंडी

जानकारी के मुताबिक प्रथम चरण में मेट्रो का कमर्शियल रन संचालन गांधी नगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर के स्टेशन क्रमांक-तीन तक लगभग 5.94 किलोमीटर तक का होगा। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेश्न लिमिटेड को सीएमआरएस ने अपने विस्तृत निरीक्षण के बाद शहर की मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इसी के साथ कम्पनी की सारी तैयारियां होने के बाद भी मेट्रो कम्पनी ने अभी अधिकृत रुप से यह नहीं बताया है कि वह मेट्रो का कमर्शियल रन कब से शुरु करेगा। मेट्रो कम्पनी ने कमर्शियल रन शुरु करने के लिए पहले फरवरी फिर मार्च में शुरु करने की बात कही थी। अब अप्रैल में शुरु करने की तैयारी कर रही है।

कंपनी को चार साल में प्रोजेक्ट पूरा करना होगा

इंदौर शहर में एयरपोर्ट से रीगल तिराहे तक मेट्रो का 8.9 किमी का अंडरग्राउंड हिस्सा हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी-टाटा प्रोजेक्ट लि.(एचसीसी-टीपीएल) का संयुक्त उपक्रम तैयार करेगा। इस हिस्से में कंपनी अप और डाउन लाइन की दो भूमिगत टनल तैयार करेगी और सात भूमिगत स्टेशन तैयार करेगी। मप्र मेट्रो रेल प्रबंधन द्वारा इस संबंध में एचसीसी-टीपीएल कंपनी को वर्कआर्डर जारी कर दिया गया है। तीन-चार माह में कंपनी मैदानी स्तर पर काम शुरू करेगी। कंपनी को चार साल में प्रोजेक्ट पूर्ण करना होगा। कंपनी इस प्रोजेक्ट पर 2190.91 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

कंपनी करेगी जियो टेक्नीकल और यूटिलिटी सर्वे

एचसीसी-टीपीएल कंपनी को भूमिगत मेट्रो निर्माण के लिए वर्कआर्डर जारी होने के बाद कंपनी अगले तीन से चार माह में कंपनी काम शुरू करेगी। सबसे पहले कंपनी जियो टेक्नीकल सर्वे के साथ मिट्टी के परीक्षण का कार्य करेगी। कंपनी भूमिगत मेट्रो निर्माण के पहले उस रूट पर जमीन के नीचे मौजूद सीवरेज, नर्मदा पाइप लाइन, गैस लाइन सहित अन्य सेवाओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए यूटिलिटी ट्रायल ट्रेंचिंग का सर्वे करेगी।

20 मीटर गहराई में उतारेंगे मशीन

कंपनी मेट्रो के भूमिगत प्रोजेक्ट के लिए एयरपोर्ट व बड़ा गणपति के पास वेयर हाउस की जमीन पर करीब 800 वर्गमीटर हिस्से में खोदाई कर भूमिगत मेट्रो की टनल बनाने वाली टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को जमीन की 20 मीटर गहराई में उतारा जाएगा। इसके बाद भूमिगत मेट्रो के निर्माण का कार्य शुरू होगा।

एशियन डेवलपमेंट बैंक दे रहा है 1600 करोड़ रुपए का लोन

इंदौर के भूमिगत मेट्रो प्रोजेक्ट में एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) 1600 करोड़ रुपये का लोन दे रहा है। ऐसे में एडीबी एचसीसी-टीपीएल का वित्तीय मूल्यांकन कर एनओसी जारी करने के बाद ही मेट्रो प्रबंधन ने कंपनी को वर्कआर्डर जारी किया। मेट्रो के भूमिगत प्रोजेक्ट के लिए 60 फीसद राशि एडीबी के लोन से मिलेगी। वहीं 20-20 फीसद राशि केंद्र व राज्य सरकार दे रही है।