Govt Increased Power Tariff: भीषण महंगाई और रोजमर्रा की जरूरी चीज़ों की बढ़ती कीमतों के बीच उत्तराखंड की धामी सरकार ने राज्य के लोगों को एक और झटका दिया है। सरकार ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी का फैसला किया है, जिससे प्रदेश के लगभग 27 लाख बिजली उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ेगा। इस निर्णय से आम जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा, जो पहले से ही महंगाई से जूझ रही है।
बता दें कि इससे पहले वर्ष 2023 में उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने बिजली टैरिफ में 9.64% की बढ़ोतरी की थी। हालांकि, उस समय घरेलू और व्यावसायिक दोनों श्रेणियों के उपभोक्ताओं पर फिक्स चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया था। बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए आयोग ने केवल 10 पैसे प्रति यूनिट की मामूली वृद्धि की थी। चुनाव के बाद पिछले साल बिजली की कीमतों में करीब 7% की बढ़ोतरी की गई थी। इसके अलावा, दिसंबर में भी बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे सरकार की मंजूरी मिली थी। अब एक बार फिर से राज्य में नई दरें लागू की जा रही हैं, जिससे उपभोक्ताओं पर महंगाई का दबाव और बढ़ने वाला है।
उत्तराखंड में बिजली की नई दरों के अनुसार अब उपभोक्ताओं को पहले की तुलना में अधिक भुगतान करना होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 100 यूनिट तक की खपत पर दर ₹3.40 से बढ़ाकर ₹3.65 प्रति यूनिट कर दी गई है। वहीं, 101 से 200 यूनिट तक की खपत पर दर ₹4.90 से बढ़कर ₹5.25 हो गई है। इसी तरह 201 से 400 यूनिट तक की खपत पर अब उपभोक्ताओं को ₹6.70 के बजाय ₹7.15 प्रति यूनिट चुकाने होंगे। 400 यूनिट से अधिक खपत पर दर ₹7.35 से बढ़ाकर ₹7.80 कर दी गई है। इस बढ़ोतरी से राज्य के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को अतिरिक्त आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ेगा।