Pandit Pradeep Mishra: पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़, आंधी से पांडाल गिरा, महिला समेत तीन घायल, बिना अनुमति चल रही थी कथा

Pandit Pradeep Mishra: कुबरेश्वर धाम के पुजारी और प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ में चल रही शिव पुराण कथा के दौरान तेज आंधी-तूफान आ गया, जिससे कथा स्थल पर लगे पंडाल उखड़ गए। इस हादसे के कारण वहां मौजूद श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। कई लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के दौरान माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया था, लेकिन प्रशासन ने समय रहते स्थिति को संभालने की कोशिश की।

शिव महापुराण कथा के दौरान राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ में अफरा-तफरी मच गई। तेज आंधी-तूफान के चलते कथा स्थल पर लगा बड़ा पंडाल गिर गया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। अचानक हुए इस हादसे से श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया और लोग इधर-उधर भागने लगे। घटना में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। मौके पर मौजूद प्रशासनिक टीम ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया, ताकि हालात पर काबू पाया जा सके।

राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ में शिव महापुराण कथा के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। तेज आंधी-तूफान के चलते कथा स्थल पर लगा पंडाल गिर गया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। घटना के वक्त प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा मंच पर मौजूद थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

सेवादारों ने बताया कि कथा पूरी तरह शांतिपूर्ण चल रही थी, तभी अचानक मौसम बिगड़ गया और तेज हवाएं चलने लगीं। देखते ही देखते पंडाल गिर पड़ा और वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। घटना में तीन श्रद्धालुओं के घायल होने की जानकारी मिली है, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

खास बात यह है कि यह कथा बिना प्रशासनिक अनुमति के आयोजित की जा रही थी। 11 अप्रैल को कथा की शुरुआत हुई थी और यह 17 अप्रैल तक चलनी थी, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही थी। हादसे के बाद पुलिस ने तत्काल पंडाल को खाली करवा लिया और स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है।