अमरनाथ यात्रा के लिए फार्म भरने आए श्रद्धालु एक छोटी सी गलती के कारण बड़ी परेशानी में पड़ गए हैं। दरअसल यात्रा के अंग्रेजी फार्म में “वुमन” की जगह “लेडी” लिखा हुआ है जिसके कारण कई यात्रियों को अपने प्रमाण पत्र दोबारा बनवाने पड़ रहे हैं। दोनों ही प्रकार के फार्म अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से ही डाउनलोड किए गए है और वर्ष 2025 भी स्पष्ट रूप से दर्ज है। इसके बावजूद जब यात्री बैंक पहुंचे तो “वुमन” शब्द वाले फार्म को स्वीकार नहीं किया गया। इससे नाराज होकर शनिवार को जिला अस्पताल और हुकुमचंद अस्पताल में 50 से अधिक लोग दोबारा मेडिकल फिटनेस कराने पहुंचे। यात्रियों का कहना है कि यदि ऐसा कोई नियम था तो पहले से जानकारी दी जानी चाहिए थी। लोगों को घंटों लंबी लाइन में खड़ा रहना पड़ा जिससे काफी असुविधा हुई। अब वे इस भ्रम और अव्यवस्था का विरोध कर रहे हैं।
“लेडी” और “वुमन” को लेकर उलझे लोग
पंजीकरण के लिए जारी किए गए विभिन्न फॉर्मों में कहीं “लेडी” और कहीं “वुमन” शब्द का प्रयोग किया गया है। इससे आवेदकों के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है क्योंकि दोनों शब्दों का उपयोग अलग-अलग फॉर्मों में किया गया है। वर्तमान में आधिकारिक वेबसाइट पर केवल “वुमन” शब्द वाले फॉर्म ही उपलब्ध हैं। इन्हीं फॉर्मों को अधिकृत और मान्य माना जा रहा है। कुछ समय पहले “लेडी” शब्द वाले फॉर्म सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए थे। इस कारण बड़ी संख्या में लोगों ने इन्हें ही सही समझकर इन्हीं का उपयोग करना शुरू कर दिया। प्रशासन ने अब स्पष्ट किया है कि केवल वेबसाइट पर उपलब्ध फॉर्म ही मान्य हैं
यात्रियों को फार्म से हुई परेशानी
अमरनाथ यात्रा के लिए एमपी ऑनलाइन से प्राप्त फार्म में “लेडी” लिखा होने के कारण कई यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यात्री मनीष कुमावत बताते हैं कि जब वे यह फार्म लेकर जम्मू.कश्मीर बैंक पहुंचे तो बैंक ने इसे अस्वीकार कर दिया। उनका कहना है कि यह एमपी ऑनलाइन और श्राइन बोर्ड की लापरवाही का परिणाम है। फार्म अपडेट होने के बावजूद यात्रियों को सूचना नहीं दी गई जिससे दो दिन लाइन में लगने के बाद ही मेडिकल प्रक्रिया पूरी हो पाई। उनके अनुसार उनके आठ लोगों के समूह को एक जैसी परेशानी झेलनी पड़ी।
यात्रियों को दोबारा मेडिकल की जरूरत
यात्री सौरभ रतनावत जो 2011 से लगातार यात्रा कर रहे हैं बताते हैं कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए फार्म में भी “लेडी” लिखा है जिससे लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कुछ लोग वर्ष 2024 के पुराने फार्म लेकर मेडिकल के लिए पहुंच रहे हैं,और उन्हें दोबारा मेडिकल करवाना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके कुछ परिचितों को भी इसी कारण दोबारा प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। डॉ. एसके वर्मा चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि हमारे पास कुछ लोग वापस आए हैं। उन्होंने बताया कि लेडी लिखे हुए फार्म को बैंक अस्वीकार कर रही है। दोनों प्रमाण पत्र एक ही हैंए सिर्फ “वुमन” और “लेडी’ का परिर्वतन हुआ है। जबकि दोनों में अंतर नहीं है। जब भी लोंग नया प्रमाण पत्र बनाकर ले जा रहे है। लेकिन श्राइन बोर्ड का कोई भी ऐसा आदेश नहीं आया हैं।
विशेष निर्देश गर्भवती महिलाओं के लिए
यात्रा – 2025 के लिए जारी दिश -.निर्देशों के अनुसारए छह सप्ताह से अधिक की गर्भावस्था वाली किसी भी महिला को पंजीकरण की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह निर्देश यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है।